अप्रेल में कैबिनेट बैठक में मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान ने ग्रामीण परिवहन नीति को हरी झंडी दी थी। 6 महीने का पायलेट प्रोजेक्ट विदिशा में चल रहा है, जो अक्टूबर में खत्म होगा। इसकी सफलता के बाद अक्टूबर से ही गांवों तक बसें, मैजिक जैसे वाहन पहुंचाए जाएंगे। वाहन का संचालन करने वाले ऑपरेटर को हर माह प्रोत्साहन राशि, टैक्स में छूट भी दी जाएगी। डिप्टी ट्रांसपोर्ट कमिश्नर सपना जैन ने बताया, पायलेट प्रोजेक्ट के साथ प्रदेश के सभी जिलों में रूट चिन्हित किए जा रहे हैं। इसके तहत इंदौर संभाग में भी प्रक्रिया चल रही है। आरटीओ जितेन्द्र सिंह रघुवंशी ने बताया, 21 रूट के अलावा जहां भी जरूरत होगी, वहां परमिट जारी किए जाएंगे। आखिरी स्टॉप के आगे गांव हुए तो उसका दायरा बढ़ाया जाएगा।
यहां देखें सूची
बंगाली चौराहा – सैमिल्याचाऊ
महू-चोरल डैम
महूगांव- पांदा
मरीमाता चौराह पालिया
राऊ- दतोदा (हरसोला चौराहा)
सेमदा-भिड़ौता
रिजलया-रोलाय
महू-जामबुजुर्ग (बड़ीजाम)
महू से छोटी जाम
मेण-मानपुर
फफूंद-जामली
आइटी पार्क चौराहा- तिल्लौर बुजुर्ग
सिमरोल-तिल्लौर बुजुर्ग
सिमरोल फाटा-आइटी पार्क चौराहा
झलारिया पंचायत – पाटनीपुरा चौराहा
झलारिया पंचायत – बापट चौराहा
गोकुलपुर राममंदिर
बिसनावदा – चंदननगर चौराहा
महूनाका – अहीरखेड़ी फाटा
बड़ाबांगड़दा – बड़ा गणपति चौराहा
मांगलिया – पाटनीपुरा चौराहा