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Heavy rain : भारी बारिश ने रोकी ट्रेनें, जोधपुर-इंदौर एक्सप्रेस शॉर्ट टर्मिनेट, ये गाडिय़ां निरस्त 61 कोर्स की 3800 से ज्यादा सीट के लिए होने वाली ऑनलाइन सीईटी में तकनीकी गड़बड़ी के कारण देवी अहिल्या यूनिवर्सिटी में डेढ़ माह से ज्यादा समय से उठा-पटक चल रही थी। नवनियुक्त कुलपति प्रो. रेणु जैन ने सीईटी निरस्त कर मेरिट के आधार पर एडमिशन के प्रस्ताव को हरी झंडी दी। माना जा रहा था कि इसके बाद एडमिशन की प्रक्रिया आसानी से निपट जाएगी, लेकिन छात्रनेताओं ने कुछ कोर्स में मेरिट को दरकिनार कर मनमाने तरीके से एडमिशन देने के आरोप लगाए। हालांकि, वे इसके सबूत पेश नहीं कर सके। यूनिवर्सिटी मामले में किसी भी तरह की गड़बड़ी की आशंका से बचने के लिए मेरिट के आधार पर काउंसलिंग प्रक्रिया निपट जाने के बाद दोबारा से एडमिशन लेने वालों के दस्तावेजों की जांच कर रही है।
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इंदौर की पूर्व सांसद सुमित्रा महाजन को भी मिला है पद्मश्री अवॉर्ड…! एडमिशन सेल की निगरानी में तैयार हो रही रिपोर्ट एडमिशन सेल की निगरानी में हर विभाग ये रिपोर्ट तैयार कर रहे है। रिपोर्ट में कोर्स, ओपनिंग व क्लोजिंग रैंक और कैटेगरी का उल्लेख होगा। सभी विभाग ये रिपोर्ट सार्वजनिक भी करेंगे। एडमिशन सेल के सदस्य प्रो. अखिलेश सिंह ने बताया, अंतिम दिन तक करीब 3500 सीट पर एडमिशन हो चुके हैं। छात्रों को एडमिशन निरस्त कराने के लिए 20 अगस्त तक का समय दिया है। हर विभाग कोर्सवाइज मेरिट तैयार कर रहा है।