इसे लेकर परिवार और वेंडर के बीच लंबी बहस चली, पर नतीजा कुछ न निकलने पर उन्होंने एक बार फिर उसकी शिकायत IRCTC पर कर दी। परिवार का आरोप है कि, इसके बाद मैनेजर मौके पर पहुंचा और रुपए लौटाने का बाद उनपर शिकायत वापस लेने का दबाव बनाने लगा। परिवार ने शिकायत के समाधान के लिए मैसेज किया है, लेकिन अबतक न तो उनके पास कोई रेफरेंस नंबर आया और न ही कोई कर्मचारी की ओर से इस संबंध में जानकारी दी गई। इस दौरान परिवार को भूखे-प्यासे ही ट्रेन में यात्रा करनी पड़ी। फिर करीब 5 घंटे बाद ट्रेन में ही उन्होंने अन्य स्थान से ऑन लाइन ऑर्डर कर भोजन मंगाया।
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इंदौर का परिवार बना लापरवाही का शिकार
आपको बता दें कि, रेलवे की इस लापरवाही का सामना इंदौर के रहने वाले शिवनाथ सिंह और उनके परिवार को करना पड़ा। पिछले हफ्ते वो अपनी पत्नी और तीन साल की बेटी के साथ सोमनाथ दर्शन के साथ-साथ देश के अलग-अलग स्थानों पर घूमने गए थे। उनके साथ उनके दोस्त का परिवार भी शामिल था। सोमवार को वे वेरावल (सोमनाथ) स्टेशन से जबलपुर ट्रेन से इंदौर आ रहे थे। इस दौरान उन्होंने अहमदाबाद तक बुकिंग कराई थी। सुबह 10 बजे ट्रेन में IRCTC का वेंडर ऑर्डर लेने आया तो उन्होंने 140 पर थाली के हिसाब से 4 थालियां ऑर्डर की।
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रेल मदद एप पर शिकायत
वैंडर द्वारा लंच की थाली लाने पर सबसे पहले शिवनाथ सिंह ने ही अपना बॉक्स अनसील किया। पर जैसे ही उनकी नजर दाल पर पड़ी तो उसमें मरी हुई कॉकरोच पड़ी दिखी। इसके बाद अन्य लोग अपना बॉक्स खोल ही नहीं पाए। उन्होंने तुरंत ही वेंडर को बुलाकर इसपर सवाल किया। परिवार ने पूछा कि, यकीनन खाना एक ही स्थान पर बना होगा। ऐसे में ये भोजन खाकर अन्य लोग भी बीमार हो जाएंगे। हालांकि, वेंडर ने इसपर उनकी एक न मानी और लगातार बहस करता रहा। इसपर, उन्होंने इस घटना का एक वीडियो रिकॉर्ड कर ‘रेल मदद’ एप पर मामले की शिकायत कर दी।