अपने खून-पसीने की मेहनत के बाद किसान खेतों में अनाज उगाता है। समाज का पेट भरने के साथ उसके परिवार का पालन-पोषण होता है। ऐसे में ठगी हो जाए तो किसान के लिए बड़ा संकट खड़ा हो जाता है। ऐसे ही धोखाधड़ी का शिकार हुए 178 पीडि़त किसान अपने अनाज का पैसा लेने के लिए इधर-उधर भटक रहे हैं। उन्होंने हरि पल्सेस, अपूर्वा ट्रेडिंग, हिंदुस्तान ऑर्गेनिक, भागीरथ पन्नानाल, हजारीलाल एंड संस को ढाई करोड़ का गेहूं बेचा था। ये सभी संस्था एक ही परिवार के सदस्यों की है जिन्होंने किसानों को चेक दिया था। अनाज खरीदने वाली संस्था के मुखिया हरिनारायण खंडेलवाल के निवास पर किसानों ने रात को धरना दे दिया। रातभर उन्होंने व्यापारी को सद्बुद्धि के लिए भजन-कीर्तन किया। आज बचे हुए किसान और उनके परिजन भी धरने पर बैठेंगे।
जब तक पैसा नहीं मिलेगा धरने पर रहेंगे धरने का नेतृत्व कर रहे किसान यूनियन के जिला अध्यक्ष बबलू जाटव का कहना है कि पैसे देने के लिए गुरुवार को खंडेलवाल कलेक्टोरेट आने वाले थे, लेकिन नहीं आए। फोन भी नहीं उठा रहे थे। इसलिए मजबूरी में धरना देना पड़ा। बकायदा बोरिया -बिस्तर लेकर पहुंचे थे। भजन-कीर्तन करने के साथ में वहीं सोए। खबर लगने के बाद मल्हारगंज पुलिस भी मौके पर पहुंची थी, लेकिन किसानों की पीड़ा सुनकर रवाना हो गई। आज दोपहर में बाकी पीडि़त किसानों के अलावा उनके परिजन भी धरने पर पहुंचेंगे। धरना तब तक चलता रहेगा जब तक कि व्यापारी किसानों का पैसा नहीं दे दे। प्रयास रहेगा कि आज उन्हें पकडक़र कलेक्टोरेट ले जाया जाएगा। साथ में चेतावनी भी दी गई कि पैसा नहीं दिया तो मजबूरी में किसानों को घर पर कब्जा भी करना पड़ेगा।