ये है पूरा मामला
जानकारी के मुताबिक मध्य प्रदेश के खरगोन जिला मुख्यालय के पास एक गांव में नवदंपति रहते हैं। पांच महीने पहले ही दोनों की शादी हुई है। पत्नी एक स्कूल में शिक्षिका है। बीते दिन दोनों किसी काम से साथ में कलेक्टर कार्यालय गए थे। जहां पर काम निपटाने में काफी शाम हो गई। भूख लगने पर पत्नी ने पति से होटल में खाना खाकर घर चलने की बात कही। दोनों ने होटल में खाना खाया।
जब दोनों बस स्टैंड पहुंचे तो वहां पानी-पुरी का ठेला दिखा। जिसके बाद पत्नी ने पानी-पुरी खाने की इच्छा जताई लेकिन पति ने देर होने का कारण बोलकर पानी-पुरी खाने से मना कर दिया। इसी बीच पति गांव के लिए बस तलाशने लगा, इसी बीच पत्नी दूसरी बस में बैठकर सनावद पहुंच गई। वहीं से दूसरी बस लेकर वह सिमरोल तक आई। सिमरोल में सभी सवारियां के साथ वह भी बस से उतर गई। बाद में वह इंदौर आ गई। जिसके बाद वह महिला थाने में जाकर पति की शिकायत करना चाहती थी लेकिन महिला बाल विकास विभाग के लोग उसे अपने साथ में वन स्टॉप सेंटर ले आए।
पति नहीं रखता है ख्याल
महिला का कहना है कि पति को मेरी चिंता नहीं। मुझे जोरों की भूख लगी थी, फिर भी उन्हें घर जाने की जल्दी थी। अब मैं उनके साथ में नहीं रहना चाहती हूं। वहीं जब सेंटर वालों ने पति से बात की तो वह थाने में गुमशुदगी दर्ज करवा रहा था। उसे पत्नी के इंदौर में होने की जानकारी दी तो वह परिवार सहित किराए की कार लेकर इंदौर पहुंचा। बाद में दोनों पक्षों को समझाकर एक साथ रहने की सलाह दी गई। वहीं पति ने कहा कि वह आगे से पत्नी की इच्छा का ध्यान रखेगा साथ ही भविष्य में इस तरह नाराज नहीं होने देगा।