आइआइएम इंदौर (Indian Institute Of Management–Indore) के निदेशक प्रो. हिमांशु राय (professor himanshu rai) ने विजेता टीम को इस उत्कृष्ट उपलब्धि के लिए बधाई दी। उन्होंने कहा आइआइएम इंदौर सदैव अपने प्रतिभागियों को अवसर प्रदान करने, परामर्श देने और वे जो भी करना चाहते हैं, उसके लिए प्रोत्साहित करने के लिए प्रतिबद्ध है। टीम ने हमें गौरवान्वित किया है। मैं उन्हें उनके भविष्य के प्रयासों के लिए शुभकामनाएं देता हूं।
इंटर्नशिप के कारण अलग-अलग शहरों में थे सभी
टीम के सदस्यों ने बताया, पूरी प्रतियोगिता के दौरान, वे अलग-अलग शहरों में थे क्योंकि उनकी इंटर्नशिप चल रही थी। अवीक जहां गुवाहाटी में थे, वहीं ईशान पटना में। परीक्षित, रिशु और समृद्धि क्रमश: चंडीगढ़, आगरा और दिल्ली में थे। टीम ने ऑनलाइन मोड में पिछले सभी राउंड के लिए तैयारी की और जीत हासिल की। ऑनलाइन मोड में ही अंतरराष्ट्रीय दौर के लिए भी तैयारी की और फाइनल में पहली बार एक साथ आए।
दुबई में इस तरह हासिल की सफलता
प्रतियोगिता के विभिन्न राउंड के बारे में जानकारी साझा करते हुए टीम ने कहा कि भारत को तीन क्षेत्रों में विभाजित किया गया था। प्रत्येक क्षेत्र से दो टीमों को शॉर्टलिस्ट किया गया। इन 6 टीमों ने सेमीफाइनल यानी नेशनल राउंड में भाग लिया और आइआइएम इंदौर की टीम ने राष्ट्रीय जीत हासिल की। उसके बाद आइआइएम इंदौर टीम ने दुबई में हुए फाइनल में भारत का प्रतिनिधित्व किया। फाइनल राउंड में उन्हें सिंगापुर स्थित एक इनडोर खेल और मनोरंजक सुविधा- ‘केज’ का मामला दिया गया। यह मामला उद्यम की दक्षता और लाभप्रदता में सुधार पर केंद्रित था। केज को कम महिला भागीदारी, कम प्रतिधारण दर और विशिष्ट स्थानों पर अक्षमता उपयोग जैसे मुद्दों का सामना करना पड़ रहा था। हमने महिला ग्राहकों को लक्षित करने के लिए डिजिटलीकरण, मार्केटिंग अभियानों और अन्य कार्यक्रमों के विकास पर अपना समाधान आधारित किया। हमारा हल मजबूत लागत लेखांकन, वित्तीय लेखांकन और धन विश्लेषण के समय मूल्य द्वारा समर्थित थे।