इनसिफेलाइटिस या जापानी बुखार के 250 मामलों में से एक में तबीयत एकदम से बिगड़ जाती है। मरीज को दौरा पड़ सकता है और वो कोमा में जा सकता है। इसके बाद 30 प्रतिशत मामलों में मरीज की जान चली जाती है।
देश में ये है बीमारी की स्थिति
-तेज बुखार, सिरदर्द, गर्दन में जकडऩ, कमजोरी, उल्टी होना, हमेशा सुस्त रहना, भूख कम लगना, अतिसंवेदनशीलता
– छोटे बच्चों में लक्षण
– सिर में उभरी चित्ती
– शरीर में जकडऩ
– दूध कम पीना
– चिड़चिड़ापन और बात-बात पर रोना
– गंदे पानी के संपर्क में आने से बचें
– मच्छरों से बचाव के लिए घर के आसपास पानी न जमा होने दें
– बारिश के मौसम में बच्चों को बेहतर खान-पान दें
– मच्छरदानी या कीटनाशक दवा का उपयोग करें
– बच्चों को पूरे कपड़े पहनाएं
– बच्चों के लिए एनसेफेलाइटिस वैक्सीन भी है, जो बाजार में 1600 रुपए की है।
-डॉ. आशा पंडित, प्रभारी, समेकित रोग निगरानी कार्यक्रम (आईडीएसपी)
– राज्य मरीज मौत
– असम 589 86
– उत्तरप्रदेश 505 10
– मणिपुर 190 11
– प. बंगाल 96 29
– त्रिपुरा 79 00
– बिहार 58 09
– झारखंड 20 01 – राज्य मरीज मौत
– ओडिशा 65 00
– तमिलनाडु 58 00
– मेघालय 35 04
– महाराष्ट्र 15 00
– कर्नाटक 04 00
– नगालैंड 09 02
– मध्यप्रदेश 03 00