
डेढ़ साल में सरकार ने कर दिए छह तबादले, एएसपी ने फिर यह उठाया कदम
इंदौर. डेढ़ साल में एएसपी के छह जगह तबादले हो गए। एक जगह वे काम शुरु नहीं कर पाते इसके पहले दूसीर जगह का आदेश आ जाता। इस बार फिर तबादला हुआ तो उन्होंने हाई कोर्ट का दरवाजा खटखटाया जहां से तबादले पर रोक लगा दी गई।
एएसपी शशिकांत कनकने ने अपने तबादले को लेकर हाई कोर्ट में याचिका लगाई थी। करीब एक महीने पहले ही उनका इंदौर तबादला हुआ था। उन्हें एएसपी पूर्व जोन 3 का जिम्मा सौंपा गया था। इसी बीच कुछ दिन पहले जारी ट्रांसफर सूची में उन्हें यहां से हटाकर एसपी अजाक इंदौर बना दिया गया। इस सूची में एएसपी जयवीर सिंह भदौरिया को इंदौर पदस्थ किया गया। इतने कम समय में तबादले को लेकर एएसपी ने हाई कोर्ट का दरवाजा खटखटाया था। सोमवार को एएसपी के तबादले पर रोक लगा दी गई। अब वे एएसपी पूर्व जोन 3 बने रहेंगे। दरअसल में डेढ़ साल में कनकने का यह छटवा तबालदा है। अगस्त 2018 में वे खरगोन एएसपी थे। यहां से उन्हें उज्जैन में 32 वी बटालियन में डिप्टी कमाडेंड बनाकर भेजा गया। कुछ समय बाद ही उनका तबादला एएसपी बालाघाट के रुप में किया।
वहां से फिर उन्हें उज्जैन में 32 वी बटालियन में डिप्टी कमाडेंड बनाया गया। यहां काम शुरु कर पाते इसके पहले ही तबादला करते हुए वापस खरगोन भेज दिया गया। लगातार हो रहे तबादले से कनकने परेशान हो गए। काफी आहत भी महसूस करने लगे। खरगोन में दुबारा से काम शुरु किया था कि उन्हें इंदौर एएसपी बनाकर भेज दिया गया। यहां भी 15 दिन के अंदर ही उनका फिर से तबादला कर दिया गया। कोर्ट ने इन तथ्यों को मानते हुए कोर्ट ने तबादले पर रोक लगा दी।
Published on:
17 Mar 2020 06:00 am
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