मध्य प्रदेश में कैंसर की बीमारी बड़ी तेजी से फैल रही है। सर्वोच्च न्यायालय के तमाम निर्देशों के बाद भी तंबाकू उत्पादों पर पूर्ण प्रतिबंध नहीं लग पाया है। देश में तंबाकू उत्पादों का सेवन करने से हर साल 10 लाख लोग जान गंवा देते हैं। वहीं अगर बात मध्य प्रदेश की करें तो यह आंकड़ा 66 हजार है। इस जानलेवा बीमारी से बचने के लिए इंदौर शहर की डॉक्टर पल्लवी तिवारी ने एक बड़ा कदम उठाया है। इन्होंने कैंसर के उपचार के लिए एक नई खोज की है।
‘पिन पाइंट’ उपचार संभव होगा कैंसर का इलाज
डॉ पल्लवी तिवारी ने कम खर्चे में होने वाले इलाज की खोज की है। डॉ. पल्लवी तिवारी की खोज के अनुसार अब कैंसर का ‘पिन पाइंट’ उपचार संभव हो सकता है। ‘पिन पाइंट’ उपचार के माध्यम से रोगियों को कष्टदायक कीमोथेरेपी से निजात मिलेगी। अमेरिका में इसकी क्लीनिकल ट्रायल भी शुरू हो गई है। डॉ. पल्लवी को इस कार्य के लिए 6 लाख डॉलर (4.30 करोड़ भारतीय रुपए) की ग्रांट दी गई है। आपको बता दें कि वर्तमान में यूनिवर्सिटी क्वीनलैंड में असिस्टेंट प्रोफेसर और साइंटिस्ट के तौर पर पदस्थ हैं।
वी फाउंडेशन ने दी ग्रांट
कैंसर के नये इलाज की खोज के लिए अमेरिका के वी-फाउंडेशन ने पल्लवी को 6 लाख डॉलर (4.30 करोड़ भारतीय रुपए) की ग्रांट दी है। यह फाउंडेशन बास्केटबॉल बॉल के खटिकनाम खिलाड़ी और कोच जिम वालवानो ने 1993 में अपनी मौत से पहले 200 मिलियन डॉलर से स्थापित किया था, ताकि कैंसर के इलाज के लिए इनोवेटिव रिसर्च को प्रोत्साहित किया जाए। वालवानों को एडिनो कार्सिनोमा (ग्रंथि कैंसर) बीमारी थी, इस कारण 47 साल की उम्र में ही उनकी मौत हो गई थी।
पूर्व मुख्यमंत्री ने दी शुभकामनाएं
डॉ पल्लवी तिवारी के इस बड़े काम के लिए पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह और मध्य प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री तुलसी सिलावट ने पल्लवी को बधाई देते हुए शुभकामनाएं व्यक्त की हैं। उन्होंने कहा कि पल्लवी की इस खोज से आम नागरिक को लाभ मिलेगा।