बलाई समाज के राष्ट्रीय अध्यक्ष मनोज परमार और प्रदेश अध्यक्ष लता मालवीय के साथ बड़ी संख्या में समाजजन और परिजन 14 दिन की बेटी को लेकर मंत्री तुलसी सिलावट के पास पहुंचे। यहां मंत्री ने बेटी का नामकरण किया और उसे नर्मदा नाम दिया क्योंकि उसका जन्म नर्मदा जयंती पर हुआ था। समाज के लोगों ने मांग रखी की संबंधित अस्पताल की जांच कर दोषियों पर प्रकरण दर्ज करवाया जाए। परमार ने बताया की तिरूपति नगर में रहने वाली महिला किरण पति धीरेंद्र मतकरे को परिजनों ने 12 फरवरी को डिलेवरी के लिए सिटीजन अस्पताल में भर्ती किया था। यहां डॉ. प्रिया सोलंकी और डॉ. सुनील ने उसका ऑपरेशन किया। बच्चा तो सकुशल निकला लेकिन किरण की ब्लीडिंग बंद नहीं हुई। परमार का आरोप है की इसके बाद डॉक्टरों ने बिना परिजनों को बताए महिला को ग्रेटर कैलाश हॉस्पिटल में भर्ती कर दिया जहां उसे 30 से अधिक बॉटल ब्लड चढ़ा, बावजूद इसके मौत हो गई। इसके बाद परिजनों ने चक्काजाम कर दिया था। बाद में सीएमएचओ से भी इसकी शिकायत की जिसके बाद सीएमएचओ डॉ. प्रवीण जडिय़ा मामले में जांच करवा रहे हैं।