अश्विन तीन बार यहां से विधायक रहे थे, लेकिन पिछली बार हार गए थे। इस बार भी इनके सामने भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय के बेटे आकाश भाजपा के उम्मीदवार हैं, इसलिए माना जा रहा है कि जोशी का सीधा मुकाबला कैलाश से है। जोशी के सामने करो या मरो वाली स्थिति है, इसलिए वे पूरी ताकत से चुनाव लड़ रहे हंै।
बैठक में अश्विन के काका और प्रदेश कांग्रेस समन्वय समिति के सदस्य महेश जोशी और चचेरे भाई पिंटू जोशी को भी बुलाया गया था, लेकिन दोनों ही नहीं पहुंचे। इनके न आने को लेकर एक बार फिर चर्चा का बाजार गर्मा गया है। इनका न आना अश्विन को चिंता में डाल गया।