scriptमध्यप्रदेश में नातिन की तबीयत बिगड़ी तो नहीं मिला इलाज, सरकार पर भड़के कर्नाटक के राज्यपाल | Negligence exposed in the convoy of Karnataka Governor Thawar Chand Gehlot | Patrika News
इंदौर

मध्यप्रदेश में नातिन की तबीयत बिगड़ी तो नहीं मिला इलाज, सरकार पर भड़के कर्नाटक के राज्यपाल

Karnataka Governor news- मध्यप्रदेश आए कर्नाटक के राज्यपाल थावरचंद गहलोत की नातिन की तबीयत बिगड़ी, एंबुलेंस में नहीं था कोई डॉक्टर, कलेक्टर को लगाया फोन…। प्रोटोकॉल अधिकारी प्रवीण साँखला निलंबित…।

इंदौरMar 30, 2024 / 12:21 pm

Manish Gite

thaawarchand_gehlot.png

मध्यप्रदेश आए कर्नाटक के गवर्नर थावरचंद गहलोत नाराज हुए तो एक्शन में आई मोहन सरकार।

Governor of Karnataka Thawar Chand Gehlot- कर्नाटक के राज्यपाल थावरचंद गहलोत के काफिले में बड़ी चूक उजागर हो गई। गहलोत अपने परिवार के साथ खंडवा जिले के ओंकारेश्वर ज्योतिर्लिंग दर्शन करने गए थे। तभी रास्ते में गहलोत की नातिन की तबीयत अचानक बिगड़ गई, तभी काफिले में मौजूद एंबुलेंस की मदद ली गई, लेकिन उसमें कोई डॉक्टर नहीं था और न ही ऑक्सीजन सिलेंडर था। एंबुलेंस काफिले में खाली ही दौड़ रही थी। इस बात से राज्यपाल गहलोत भड़क गए और उन्होंने इंदौर कलेक्टर को फटकारा। इसके बाद जिला प्रशासन से लेकर सीएम हाउस तक हड़कंप मच गया। इसके बाद राज्यपाल के प्रोटोकाल अधिकारी प्रवीण सांखला को सस्पेंड कर दिया गया।

 

कर्नाटक के राज्यपाल थावरचंद गहलोत के प्रोटोकॉल में बड़ी चूक का मामला सामने आया है। थावरचंद गहलोत ने उनके प्रोटोकॉल में बड़ी लापरवाही को लेकर नाराजगी जाहिर की थी। उनके काफिले की एंबुलेंस में डॉक्टर, दवा व संसाधन नहीं होने की शिकायत पर मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव से लेकर कलेक्टर तक ने मामले में संज्ञान लिया और कार्रवाई की। इंदौर कलेक्टर आशीष सिंह ने स्वास्थ्य विभाग के प्रोटोकॉल अधिकारी प्रवीण सांखला को निलंबित कर दिया।

 

 

दरअसल, कर्नाटक के राज्यपाल थावरचंद गहलोत शुक्रवार को परिवार के सदस्यों के साथ ओंकारेश्वर गए थे। इस दौरान उनकी नातिन ऊर्जा सोलंकी (30) की बीच रास्ते में तबीयत बिगड़ गई। उन्हें घबराहट होने लगी और सांस लेने में दिक्कत होने लगी। गहलोत के काफिले में मौजूद एंबुलेंस में ही उपचार की व्यवस्था देने के लिए जैसे ही एंबुलेस को आगे लाया गया, तब उसमें कोई डाक्टर मौजूद नहीं था। न ही ऑक्सीजन और जीवनरक्षक किट मौजूद थी। इसके बाद नातिन को इंदौर के बॉम्बे अस्पताल ले जाया गया। यहां डॉक्टरों की निगरानी में इलाज किया गया। इसके बाद अब नातिन की तबीयत ठीक बताई जा रही है।

 

 

कर्नाटक के राज्यपाल इस घटना के बाद काफी भड़क गए थे। उन्होंने पुलिस और प्रशासनिक अफसरों को जमकर फटकार लगाई। इसके बाद मामले में जिम्मेदार व्यक्ति का पता लगाने को कहा गया। राज्यपाल ने कलेक्टर को फोन पर यहां तक कह दिया कि मिस्टर कलेक्टर, यदि नातिन की जगह मैं होता तो आपकी व्यवस्था मेरी जान बचा सकती थी क्या? अच्छा रहा, नातिन की तबीयत संभल गई।

 

कलेक्टर आशीष सिंह ने बताया कि राज्यपाल थावरचंद गहलोत की नातिन की तबीयत बिल्कुल ठीक है। जब कारकेट में उनकी नातिन की तबीयत खराब हुई तो उसी वक्त एंबुलेंस में कोई डॉक्टर नहीं था, जिसके कारण कार्रवाई की गई। नातिन को तुरंत इंदौर के बॉम्बे हॉस्पिटल में एडमिट कराया गया। अब उनकी तबीयत ठीक है। आशीष सिंह ने कहा कि एंबुलेंस में डॉक्टर नहीं होने के कारण प्रोटोकाल अधिकारी प्रवीण सांखला को निलंबित कर दिया गया है।

Home / Indore / मध्यप्रदेश में नातिन की तबीयत बिगड़ी तो नहीं मिला इलाज, सरकार पर भड़के कर्नाटक के राज्यपाल

loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो