दिल्ली की टीम 15वीं बार फाइनल खेल रही है और 9 साल बाद रणजी खिताब जीतने की कोशिश करेगी। वहीं पहली बार फाइनल में पहुंची विदर्भ के कप्तान फैज फजल की निगाहें अपनी टीम का पांच दशक का खिताबी इंतजार खत्म कर पहली बार ये ट्रॉफी नागपुर ले जाने पर टिकी होंगी।
दिल्ली को दक्षिण अफ्रीका दौरे पर गए तेज गेंदबाज इशांत शर्मा की कमी खलेगी। विकास टोकस भी सेमीफाइनल में लगी चोट से उबरे नहीं हैं। इशांत की अनुपस्थिति में २० साल के विकेटकीपर बल्लेबाज रिषभ पंत को टीम की कप्तानी करते हुए इतिहास रचने का मौका मिला है।
कप्तान के तौर पर ये रिकॉर्ड बनाने वाले रिषभ पंत के लिए रणजी का ये सीजन खास नहीं रहा है। वह फाइनल मैच में भी कुछ खास नहीं कर पाए और 21 रन बनाकर आउट हो गए हैं। उनका विकेट गुरबानी ने लिया था। इस साल उनका सर्वाधिक स्कोर 99 रन रहा है। रिषभ ने इस सीजन में 39.71 के औसत से 278 रन बनाए हैं।
15वीं बार रणजी फाइनल खेल रही है दिल्ली
07 बार जीत चुकी हैं अब तक खिताब
2008 में आखिरी बार जीता था खिताब
05 दशक में पहली बार फाइनल खेल रही है विदर्भ
266 रणजी मैच खेल चुकी है इस फाइनल तक विदर्भ
157 रन दूर हैं विदर्भ के कप्तान फैजल इस सत्र में 1000 रन से
02 दूसरे बल्लेबाज बन जाएंगे मयंक अग्रवाल के बाद ये करने वाले
04 गेंदबाज दोनों टीम में इस सीजन के टॉप-10 विकेट लेने वालों में हैं
03 गेंदबाज विकास मिश्रा, रजनीश गुरबानी व नवीदप सैनी का फाइनल खेलना तय