बुजुर्ग यशवंत और हीरमणि कौशिक ने शिकायत में बताया, बेटा अमितेश और बहू संध्या हमें शारीरिक और मानसिक रूप से प्रताड़ित करते हैं। कई बार इनके खिलाफ अफसरों से शिकायत की, लेकिन समझाइश के बाद भी इनके व्यवहार में कोई सुधार नहीं आया। हम चाहते हैं, इन्हें हमारी संपत्ति से बेदखल किया जाए।
बेटे-बहू ने फर्जी दस्तावेज बनवाकर बेच दिया प्लॉट
छावनी निवासी गुणमाला जैन ने बताया, सुपर कॉरिडोर पर मेरे नाम से प्लॉट था। जब प्लॉट देखने गई तो पता चला बेटे नकुल और बहू हर्षिता ने नकली दस्तावेज बनवाकर और मेरे फर्जी हस्ताक्षर कर प्लॉट अशोक मेहता को बेच दिया। बेटे ने मेरे नाम से मेहता से चेक लिया। वह मेरे नाम से करीब 17 लाख रुपए ले चुका है। बुजुर्ग ने बताया, मैं अकेली रहती हूं। कई बीमारियों से पीड़ित हूं। मेरे पास आय का कोई साधन नहीं है। मुझे प्लॉट के रुपए दिलवाएं, ताकि मैं अपना जीवन यापन कर सकूं।