भंवरकुआं से तेजाजी नगर चौराहे के बीच हर घड़ी रहता है हादसे का खतरा
बड़ा सवाल : शहर के मुख्य मार्ग जनता के लिए कितने सुरक्षित?
इंदौर. शहर के मुख्य मार्ग जनता के लिए कितने सुरक्षित है, यह जानने के लिए ‘पत्रिका’ टीम ने भंवरकुआं से लेकर तेजाजी नगर के बीच चौराहों और व्यस्त मार्ग का स्कैन किया। हालत यह है कि भंवरकुआं से तेजाजी नगर चौराहे के बीच हर घड़ी हादसे का खतरा रहता है।
टीम ने सबसे पहले भंवरकुआं से आइटी पार्क चौराहे की ओर जाने वाले रास्ते का जायजा लिया। यहां आम लोगों के साथ बड़ी संख्या में विश्वविद्यालय में आने-जाने वाले विद्यार्थियों के वाहन अधिक होते हैं। गत दिनों छात्रा की मौत के बाद भी जिम्मेदारों ने अब तक यहां की सुध नहीं ली। फुटपाथ और रोड की गफलत में रोड किनारे लगी लॉकटाइल्स पर चलते नजर आते हैं। फुटपाथ पर कई रुकावटें भी हैं। इस वजह से लोग रोड किनारे चलने को मजबूर हैं।
पैदल जा रही छात्रा को बस ने रौंदा था
२१ दिसंबर को प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी कर रही छात्रा आंचल (१८) पिता उमेश पटेल निवासी पालदा को स्कू ल बस ने रौंद दिया था। पहिए की चपेट में आने से मौके पर मौत हो गई थी। हादसे के बाद मार्ग पर कोई सुधार नहीं किया गया।
रोड पर इन स्थान पर जा चुकी जान
पुलिस के मुताबिक खंडवा रोड पर बीते दिनों कई एक्सीडेंट हुए है, जिनमें घायल वाहन चालक की जान चली गई। इसमें तपाल घाटी स्थित रोड पर दो लोगों की जान जा चुकी है। पुष्पकुंज हॉस्पिटल के समीप मार्ग पर एक्सीडेंट में मौत हो चुकी है। इसी तरह संकीर्ण पुलिस से भी कई लोग रात में टकराकर घायल हो चुके हैं। रोड पर प्रतिष्ठान संचालकों का कहना है कि पुलिया पर कई लोगों की एक्सीडेंट में मौत हो चुकी है। थाने में दर्ज रिकार्ड में बीते वर्ष २० लोगों की एक्सीडेंट में मौत हुई है। इसमें अधिकांश एक्सीडेंट खंडवा रोड के है। वहीं कई मामले में लोग एक्सीडेंट में घायल हुए हैं।
सरप्राइज गड्ढे से वाहन असंतुलित होने का डर
आइटी पार्क चौराहे को क्रॉस करते ही कुछ दूर खंडवा रोड पर सिंगल लेन डामर रोड शुरू हो जाती है। मार्ग पर सामने से कोई बस या भारी वाहन आ जाए तो मजबूरन चालक को दोपहिया जान जोखिम में डालकर कच्चे रोड पर उतारना पड़ता है। लिंबोदी चौराहा क्रॉस करने के बाद रोड की स्थिति और खराब होने लगती है। मेंटेनेंस के अभाव में रोड पर सरप्राइज गड्ढे मिलने लगते हैं। इन गड्ढों की वजह से सबसे अधिक दोपहिया वाहन का संतुलन बिगडऩे का डर रहता है। मार्ग पर कई स्पॉट एेसे भी है, जहां पर स्ट्रीट लाइट नहीं है। आगे चलकर संकीर्ण पुलिया है। बताते हैं कि रात के वक्त कई लोग इस पुलिया की वॉल से टकराकर घायल हो जाते है। कई लोग तो अपनी जान भी गंवा चुके हैं। स्कैन के दौरान मार्ग पर कई हिस्से पर सडक़ चौड़ीकरण कार्य चलता मिला। कोई दुर्घटना का शिकार न हो, इसके लिए बैरिकेड्स लगाए हैं।