must read : बच्चों ने बस से देखा तो खून से लथपथ पड़ी थी उनकी मैडम, खड़े – खड़े तमाशा देख रहे थे लोग सीएसपी को करीब एक घंटे बंसल दंपती ने अपने साथ सरेआम मारपीट, रिक्शा से लेकर थाने तक पीटने के कारण आंख में आई गंभीर चोट के बारे में सिलसिलेवार बताया। उन्होंने कहा, बस चालक ने टक्कर मारी, फिर कंडक्टर ने अभद्रता की। हमें लगा कि चेकिंग में तैनात पुलिस मदद करेगी। उनसे गुहार लगाई तो रसूखदारों की बस को तो जाने दिया और हमसे अभद्रता करने लगे। पुलिसकर्मी ने अभ्रदता करते हुए महिला को ऐसे अपशब्द कहे, जो आम व्यक्ति के लिए भी नहीं बोले जा सकते। इस पर पुलिसकर्मी को समझाने गाड़ी से उतरकर शोभा उनके पास गई तो मारपीट करने लगा।
must read : जीआई टैग के लिए इंदौरी पोहा को मिली एमएसएमई की मंजूरी, अब विदेशों में बढ़ेगा व्यापार जांच कर रहे हैं सीएसपी तिवारी ने कहा, दंपती की शिकायत पर अभी कोई कार्रवाई नहीं हुई है। जांच कर रहे हैं। मौके पर मौजूद 4 पुलिसकर्मी, नगर सुरक्षा समिति की सदस्य युवती, 3 आम लोगों के बयान हो चुके हैं। थाने में मौजूद पुलिसकर्मियों के बयान के बाद शुक्रवार को वे रिपोर्ट एसपी को सौंप देंगे और फिर वहां से कार्रवाई तय होगी।
must read : स्कूल टीचर ने दोस्ती से किया इंकार, सिरफिरापहुंच गया घर, घंटी बजाकर करता रहा परेशान अपशब्द का विरोध करना क्या हमारा हक नहीं है? पीडि़ता शोभा ने सीएसपी से पूछा- अपशब्द कहने का विरोध करना क्या हमारा हक नहीं है? सीसीटीवी में विरोध को हाथ उठाना बताया जा रहा है, लेकिन पुलिस ने जब सरेराह पीटा उस पर कोई कार्रवाई नहीं हो रही। हालांकि सीएसपी ने बयान दर्ज किए, अन्य किसी बात पर ध्यान नहीं दिया। सुदीप बंसल ने कहा, सीएसपी के सामने पूरी घटना रख दी है। हम चाहते हैं कि पुलिस ने आम लोगों पर जो शासकीय कार्य में बाधा का केस दर्ज किया है, वह वापस लिया जाए और जिन्होंने पिटाई की उन पर कार्रवाई हो।