-पूरे शहर में इंटेलिजेंट सिटी मैनेजमेंट सिस्टम (वेस्ट मैनेजमेंट, ट्रैफिक मैनेजमेंट, पार्किंग मैनेजमेंट, हेरिटेज स्थलों का पुनरुद्धार)
-स्मार्ट सिटी क्षेत्र को झूलते तारों से मुक्त किया जाएगा।
-जल व्यवस्था के लिए 25 नए टैंकर खरीदे जाएंगे। पानी की व्यवस्था की जाएगी।
-घर-घर समुचित जलप्रदाय नियमित रूप से हो सके, ऐसे प्रयास होंगे।
-जर्जर हो चुकी लाइनों को बदलने के लिए 50 करोड़, नई लाइन डालने के लिए 100 करोड़ और सिरपुर तालाब से पानी -सप्लाय के लिए जरूरी संरचनाओं के लिए 10 करोड़ रुपए का बजट प्रस्तावित किया गया।
-कान्ह और सरस्वती नदी में मिलने वाले सेकेंड्री सीवरेज आउटफॉल को ट्रैप कर प्रायमरी सीवेज लाइन में जोड़ा जाएगा। 25 किमी में से 17.5 किमी की सीवर लाइन डाली जा चुकी है। 59.75 करोड़ की योजना में से 33.73 करोड़ खर्च हो चुके हैं।
-नेहरू स्टेडियम का पुनरुद्धार करते हुए बाहर से आने वाले खिलाडिय़ों के लिए ठहरने की उचित व्यवस्था, खेल संगठनों के लिए व्यवस्थित कार्यालय, खेल गतिविधियों के साथ-साथ बच्चों, युवाओं, महिलाओं के लिए आमोद-प्रमोद की गतिविधियों के लिए 2.50 करोड़ रखे गए थे।
-शहर की प्रत्येक संपत्ति की जीआईएस मैपिंग की जा रही है। 15 माह में काम पूरा हो जाएगा।
-शहर के यातायात परिवहन और पार्किंग के विषय विशेषज्ञों की एक सलाहकार समिति का गठन किया जा रहा है, जो -नियमित रूप से इसके लिए सुझाव देगी।
-सिटी बस स्टॉप और नए ट्रैफिक सिग्नल लगाए जाएंगे।
-चिडिय़ाघर का नया मुख्यद्वार, पार्किंग स्थल नया टिकटघर बनाया जाएगा।
-पूरे शहर में डोर टू डोर कचरा संग्रहण की व्यवस्था करेंगे।
-नर्मदा प्रथम और द्वितीय चरण के सम्पवेल को सुधारकर 90 एमएलडी पानी बचाएंगे
-पीपीपी मॉडल पर शहर में 100 यूरिनल का निर्माण सार्वजनिक स्थानों पर किया जाएगा।
-30 आईबसों का संचालन होगा।
-सीपी शेखर नगर की जगह उद्यान प्रस्तावित किया गया। उद्यान का निर्माण अभी तक पूरा नहीं हो पाया।
-विश्रामबाग की जगह उद्यान प्रस्तावित किया गया। उद्यान बनना तो शुरू हुआ, लेकिन अभी तक पूरा नहीं हो पाया है।
-शीतल और शुद्ध पानी के लिए 150 अत्याधुनिक आरओ प्याऊ शहर में लगाए जाएंगे। शहर के कुछ हिस्सों में इस साल आरओ प्लांट के प्याऊ लगे, लेकिन 150 नहीं लगे।