एयरलाइन्स ने सेट किया अल्गोरिद्म
इस संदर्भ में डिजिटल मिनिस्टर मार्गोट जेम्स ने बताया कि, ‘कुछ एयरलाइन्स ने एक अल्गोरिद्म सेट की है, जो सरनेम के आधार पर साथ में यात्रा कर रहे यात्रियों की पहचान करती है। पहचान के बाद एक सरनेम वाले लोगों को एक दूसरे से अलग बिठाया जा रहा है। ऐसे में जब कोई परिवार साथ में बैठना चाहता है तो उससे अतिरिक्त रकम वसूली जाती है।’
जांच में जुटा नागर विमानन मंत्रालय ऐसे में कंपनियों का कहना है कि जो लोग अपनी पसंद की सीट चुनने के लिए अतिरिक्त रकम का भुगतान नहीं करते, उन्हें रैंडमली सीट दे दी जाती है। फिलहाल नागर विमानन मंत्रालय एक साल से ज्यादा समय से सीट अलॉकेशन के लिए दी जाने वाली रकम के मामले की जांच में जुटी है।