साथ ही हुसैन ने लिखा कि भारत में टूर्नामेंट को आयोजित कराने की पहली गलती थी। छह महीने पहले ही यूएई में जो आईपीएल हुआ था, वह शानदार था। वहां पर कोरोना के केस भी कम थे और बायो बबल भी काफी मजबूत था। उन्हें वहां लौटना चाहिए था। साथ ही उन्होंने लिखा कि आईपीएल को स्थगित करने के अलावा कोई और विकल्प नहीं था। बायो सिक्योर बबल भी नहीं सुरक्षित नहीं। इसे कई जगह पर भेदे जाने की खबर आ चुकी है। अब बहुत हो गया। यह अब क्रिकेट के खेल से भी कहीं ज्यादा बड़ा हो चुका है।
उन्होंने आगे कहा, खिलाड़ी मूर्ख नहीं हैं ना ही संवेदनहीन। वो इस बात को पूरी तरह से वाकिफ थे कि भारत में इस वक्त क्या स्थिति चल रही है। उन्होंने देखा था कि कैसे लोग अस्पताल, बिस्तर और आक्सीजन के लिए हाथ जोड़ कर बिनती कर रहे थे। उन्होंने देखा जो बिना इस्तेमाल के एम्बूलेंस क्रिकेट मैदान के बाहर खड़े थे और उनको यह लगता था कि क्या यह सही समय है कि खेल को जारी रखा जाए। वो सभी इस चीज को लेकर काफी असहज थे।
बता दें कि मंगलवार को सनराइजर्स हैदराबाद के विकेटकीपर बल्लेबाज ऋिद्धिमान साहा और दिल्ली कैपिटल्स के लेग स्पिनर अमित मिश्रा कोरोना पॉजिटिव पाए गए। इससे पहले कोलकाता नाइट राइडर्स के वरुण चक्रवर्ती और तेज गेंदबाज संदीप वारियर संक्रमित पाए गए थे। इसके अलावा चेन्नई सुपर किंग्स टीम के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) काशी विश्वनाथन, गेंदबाजी कोच लक्ष्मीपति बालाजी और टीम बस का क्लीनर भी कोरोना पॉजिटिव पाए गए थे।