महाविद्यालय के विद्यार्थियों एवं प्राध्यापकों ने अपनी-अपनी मातृभाषा में हस्ताक्षर किये। मनोरंजक गतिविधियों में कुर्सी दौड़ प्रतियोगिता आयोजित की गई। इसी अवसर पर प्रसिद्ध तमिल कवि एवं स्वतंत्रता सेनानी सुब्रमण्यम भारती के जीवन पर निबंध लेखन एवं भाषण प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। जिसमें बड़ी संख्या में विद्यार्थियों ने भाग लिया। बहुभाषी विद्वान एवं राष्ट्रिय एकता के महामानव सुब्रमण्यम स्वामी के व्यक्तित्व पर प्रकाश डालते हुए प्राचार्य ने कहा कि महाकवि सुब्रमण्यम भारती बहुमुखी प्रतिभा वाले बहुआयामी व्यक्तित्व, पत्रकार, कवि ,लेखक, समाज सुधारक एवं बहुभाषी विद्वान तथा मानवतावादी बुद्धिजीवी के साथ-साथ राष्ट्रीय एकता के महामानव भी थे। डॉ.मंजू मालवीय ने कहा कि सुब्रमण्यम भारती एक महान तमिल कवि थे। डॉ. हिमांशु चौरसिया ने कहा कि वे कवि होने के साथ-साथ उत्तर भारत व दक्षिण भारत के मध्य एकता के सेतु समान थे। जिन्होंने राष्ट्रीय एकता और अखंडता के लिए संपूर्ण भारत में अलख जगाई।