scriptपेशे से डॉक्टर हैं लेकिन शौक जंगलों की खूबसूरती को कैमरे में कैद करना | amazing wildlife Photographer Dr. Amir Nasirabadi special story | Patrika News
जबलपुर

पेशे से डॉक्टर हैं लेकिन शौक जंगलों की खूबसूरती को कैमरे में कैद करना

डॉ. आमिर नसीराबादी की वाइल्ड लाइफ फोटोग्राफी के लोग दीवाने, तीन साल से कर रहे तितलियों का सर्वेक्षण

जबलपुरJul 07, 2022 / 02:05 pm

Lalit kostha

amazing wildlife Photographer

amazing wildlife Photographer

लाली कोष्टा@जबलपुर। कहते हैं ने शौक कभी मरता नहीं है, फिर चाहे प्रोफेशन आपका जो भी हो, उसमें शौक को पूरा करने का समय निकालना ही पड़ता है या कहें कि निकल ही जाता है। कुछ ऐसा काम जबलपुर के एमबीबीएस डिग्री धारक और एनेस्थीसिया में डिप्लोमा होल्डर डॉ. आमिर नसीराबादी करते हैं। वे हैं तो पेशे से डॉक्टर लेकिन जंगलों में कैमरा लेकर अनजान दुनिया को कैद करने का शौक जबरदस्त पाले हुए हैं। बर्ड वॉचिंग की जैसे ही बात आती है, वे सबकुछ छोड़-छाडकऱ कांधे पर कैमरा टांगा और चल देते हैं जंगलों की ओर। उनकी फोटोग्राफी और नेचर के प्रति समर्पण को देखकर अन्य लोग भी प्रेरित होते हैं।

 

photo_01.png

2015 में शुरू की बर्ड वॉचिंग, बन गया पैशन

डॉ. आमिर नसीराबादी अमाल्या महाराष्ट्र के रहने वाले है, उन्होंने ने एमबीबीएस किया है और टाटा मेमोरियल से एनेस्थीसिया में डिप्लोमा होल्डर हैं। साल 2011 में वे जबलपुर आकर बस गए हैं। तभी से यहां अपनी स्वास्थ सेवाएं दे रहे हैं। इन्होंने 2015 से बर्ड वाचिंग शुरू की थी, और तब से लेकर अभी तक मध्य भारत के जंगलों, खासकर जबलपुर के समृद्ध वनों में निवास करने वाले पक्षियों, तितलियों और जैव विविधताओं के क्षेत्र में काफी काम किया है। प्रकृति संरक्षण की दिशा में इनके द्वारा कई कार्य किये गए हैं। जिनमें जबलपुर में पर्यावरण संस्था सिटीजन्स फॉर नेचर के गठन, वन विभाग के लिए अनेकों चिकित्सा शिविरों का आयोजन आदि शामिल है। इसके अलावा डॉ. आमिर ने जबलपुर में तीन साल तक सफल तितली एवं प्रदेश के कई वन क्षेत्रों में तितलियों के साथ पक्षी सर्वेक्षण आदि किए हैं।

 

photo_03.png

दुर्लभ पक्षी और तितलियां खोजीं
डॉ. आमिर ने जबलपुर में पक्षियों और तितलियों की कई दुर्लभ प्रजातियां सर्वप्रथम देखी और उन्हें कैमरे में कैद कर प्रकृति प्रेमियों से रूबरू कराया। जबलपुर में मौजूद तितलियों की 127 प्रजातियों को ये दस्तावेजित कर चुके हैं। डॉ. आमिर जैव विविधता के क्षेत्र में युवाओं एवं बच्चों को जागरुक करने का काम भी करते हैं। ताकि भविष्य में जंगल और उनके जीव संरक्षित के साथ सुरक्षित भी रहें। चिकित्सा जगत के अनेक लोग इनसे प्रेरणा लेकर जैव विविधता के क्षेत्र में जुड़ते जा रहे हैं।

इनके द्वारा नौरादेही वाइल्ड लाइफ सेंचुरी में प्रथम पक्षी सर्वेक्षण, संजय दुबरी टाइगर रिजर्व व बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व में वन कर्मियों के लिए सिटीजन्स फॉर नेचर के माध्यम से स्वास्थ शिविर का आयोजन कराते रहते हैं। इसके अलावा सतपुड़ा टाइगर रिजर्व में आयोजित 5वें पक्षी सर्वेक्षण में सिटीजन्स फॉर नेचर के माध्यम से प्रकृति प्रेमियों को जंगल को करीब से जानने का अवसर प्रदान करते हैं।

Home / Jabalpur / पेशे से डॉक्टर हैं लेकिन शौक जंगलों की खूबसूरती को कैमरे में कैद करना

loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो