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जबलपुर

#Banking यहां पैसे नहीं, बिजली की होती है बैंकिंग

दिसंबर में बढ़ेगी मांग, बैंकिंग की बिजली से होगी पूरी14 हजार मेगावॉट तक पहुंच सकती है इस बार बिजली की मांगवर्तमान में मांगजिले में:-210 मेगावॉट/ प्रदेश में:- 7500 मेगावॉटदीपावली पर मांग लगभगशहर में:- 275 मेगावॉट/ प्रदेश में:- 12500 मेगावॉट

जबलपुरOct 12, 2019 / 06:59 pm

virendra rajak

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जबलपुर, रबी सीजन के शुरू होने के साथ ही अक्टूबर माह से बिजली की मांग में इजाफा होने लगता था, लेकिन इस वर्ष अक्टूबर के शुरूआती दिनों में मांग सामान्य बनी हुई है। इसका कारण लगातार हुई बारिश है। इसके चलते प्रदेश के जल, ताप और अन्य विद्युत गृहों से उत्पादित होने वाली बिजली की बैकिंग जारी है। ऐसा माना जा रहा है कि अक्टूबर माह के तीसरे सप्ताह तक बैकिंग की जाएगी।
वर्तमान में बिजली की मांग-7500 मेगावॉट
बैंकिंग होगी:- अक्टूबर तक
वापस ली जाएगी- दिसंबर से फरवरी अंत तक
यहां बैंकिंग- उत्तर प्रदेश, पश्चिम बंगाल, पंजाब और छत्तीसगढ़
पिछले वित्तीय वर्ष में बैंकिंग- 417.6 करोड़ यूनिट
इस वर्ष बैंकिंग- 200 करोड़ यूनिट लगभग
नवंबर से बढ़ सकती है मांग
प्रदेश में वर्तमान में 7500 मेगावॉट बिजली की मांग है। जो अक्टूबर के अंतिम सप्ताह तक साढ़े आठ से नौ हजार मेगावॉट पहुंच सकती है। इसके बाद नवंबर से बिजली की मांग में इजाफा होना शुरू होगा, जो दिसंबर और जनवरी तक जारी रहेगा। इस दौरान मांग 14 हजार मेगावॉट के लगभग पहुंच सकती है।
कम्पनी में कहां कितनी मांग
पश्चिम क्षेत्र विद्युत वितरण कम्पनी (इंदौर व उज्जैन)- 5454 मेगावॉट
मध्य क्षेत्र विद्युत वितरण कम्पनी (भोपाल व ग्वालियर)-4736 मेगावॉट
पूर्व क्षेत्र विद्युत वितरण कम्पनी (जबलपुर, सागर व रीवा)- 3797 मेगावॉट
तो ली जाएगी बैकिंग की गई बिजली
पिछले वर्ष अक्टूबर माह से बैकिंग की गई बिजली वापस ली जाने लगी थी, लेकिन इस वर्ष यह बिजली नवंबर माह के पहले या दूसरे सप्ताह से ली जाएगी।
दिसम्बर 2018 में इतनी मांग
तारीख-मांग
02 – 13021 मेगावॉट
03 – 13209 मेगावॉट
04 – 13430 मेगावॉट
08 -13474 मेगावॉट
24 -13640 मेगावॉट
25 -13642 मेगावॉट
26 -13740 मगावॉट
27 -13778 मेगावॉट
यह है वर्तमान में हालात
प्रदेश में अच्छी बारिश होने के कारण सभी जल विद्युत गृहों से बिजली का उत्पादन किया गया। वहीं समय पर सभी ताप विद्युत गृहों का भी मैंटेनेंस पूरा कर लिया गया। बारिश के चलते मांग कम रही, इसके चलते लगातार बिजली की बैकिंग की जाती रही, जबकि पिछले वर्ष अक्टूबर माह से ही बिजली की मांग में इजाफा होने लगा था।
जनवरी 2019 में इतनी मांग
तारीख – मांग
01 -13848 मेगावॉट
02 -13864 मेगावॉट
04 -13978 मेगावॉट
05 -14000 मेगावाट
तीन माह में 281.26 करोड़ यूनिट की सप्लाई
वर्ष 2018 के अक्टूबर, नवम्बर और दिसम्बर माह में बिजली की मांग में लगातार इजाफा होता रहा। इस दौरान 218.2 करोड़ यूनिट बिजली की सप्लाई प्रदेश में की गई। इसके बावजूद जनवरी में मांग बढ़ी और आंकड़ा साढ़े 13 हजार मेगावॉट मांग तक पहुंच गया। दिसम्बर 2018 में 31 दिन तक लगातार 12 हजार मेगावाट से अधिक की मांग प्रतिदिन रही। वहीं पिछले रबी सीजन के 25 दिन ऐसे थे जिनमें मांग का ग्राफ 13 हजार मेगावॉट से अधिक पहुंच गया। वहीं पूरे रबी सीजन में 41 दिन बिजली की मांग 13 हजार मेगावॉट रही।

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