‘पत्रिका’ ने सुझाया था विकल्प : खाई भी अब बन गई दर्शनीय स्थल
ओपन एयर थिएटर और विसर्जन कुंड बनाकर संवारा नर्मदा तट का स्वरूप
विसर्जन कुं ड विकसित किया जा चुका है। ओपन एयर थियेटर का काम भी जल्द पूरा होगा। नर्मदा तट पर आयोजनों के लिए स्थल को आकर्षक स्वरूप दिया जा रहा है।
– निधि राजपूत, सीईओ, स्मार्ट सिटी
ओपन एयर थिएटर
नर्मदा तट पर बनाए जा रहे ओपन एयर थिएटर की बैठक क्षमता 400 होगी। आकर्षक पौधे लगाकर थिएटर को उद्यान का स्वरूप दिया जा रहा है। इसके चारों ओर वाकिंग और जॉगिंग के लिए पाथ-वे भी बनाया गया है। थिएटर के ग्रीन रूम में प्रदर्शन क्षेत्र, उद्यान, री-क्रिएशन एरिया के साथ ही पार्किंग की भी सुविधा होगी।
आधे शहर की प्रतिमाओं का विसर्जन
भटौली में मुरम के अवैध उत्खनन से बनी खाई के बीचोंबीच चारों ओर रिटेनिंग वॉल और सीढिय़ां बनाकर उसे विसर्जन कुंड का स्वरूप दिया गया है। कुंड के चारों ओर रेलिंग भी लगाई गई है। यहां आधे शहर की दुर्गा और गणेश प्रतिमाओं का विसर्जन भी होता है।