जीसीएफ अफसरों से सीबीआई करेगी पूछताछ
सीबीआई ने दिल्ली की कम्पनी सिद्ध सेल्स सिंडिकेट पर जुलाई २०१७ में प्राथमिकी दर्ज की थी। कम्पनी पर आरोप था कि उसने १५५ एमएम ४५ कैलीबर धनुष तोप के लिए चीन में बने कलपुर्जों की आपूति मेड इन जर्मनी बताकर की थी। सीबीआई ने कम्पनी के साथ ही जीसीएफ के कुछ अधिकारियों के खिलाफ भी मामला दर्ज किया था। सीबीआई की टीम जबलपुर आकर पूछताछ भी कर चुकी है। फैक्ट्री सूत्रों ने बताया, दिल्ली से सीबीआई की टीम १८ जून को जबलपुर पहुंचेगी। टीम यहां पांच दिन रहेगी। इस दौरान दस्तावेजों की जांच के साथ ही फैक्ट्री के पूर्व और वर्तमान अधिकारियों से भी पूछताछ हो सकती है। इसके लिए संबंधित अधिकारियों को पत्र भी भेजे गए हैं।
सीबीआई ने दिल्ली की कम्पनी सिद्ध सेल्स सिंडिकेट पर जुलाई २०१७ में प्राथमिकी दर्ज की थी। कम्पनी पर आरोप था कि उसने १५५ एमएम ४५ कैलीबर धनुष तोप के लिए चीन में बने कलपुर्जों की आपूति मेड इन जर्मनी बताकर की थी। सीबीआई ने कम्पनी के साथ ही जीसीएफ के कुछ अधिकारियों के खिलाफ भी मामला दर्ज किया था। सीबीआई की टीम जबलपुर आकर पूछताछ भी कर चुकी है। फैक्ट्री सूत्रों ने बताया, दिल्ली से सीबीआई की टीम १८ जून को जबलपुर पहुंचेगी। टीम यहां पांच दिन रहेगी। इस दौरान दस्तावेजों की जांच के साथ ही फैक्ट्री के पूर्व और वर्तमान अधिकारियों से भी पूछताछ हो सकती है। इसके लिए संबंधित अधिकारियों को पत्र भी भेजे गए हैं।
धनुष तोप के लिए नकली कलपुर्जों की सप्लाई का मामला
सीबीआई ने एफआइआर में कहा था कि जीसीएफ के अज्ञात अधिकारियों ने चीन में बने बायर रेस रोलर बेयरिंग को मंजूरी दी थी। दिल्ली की सिद्ध सेल्स सिंडिकेट कम्पनी ने सीआरबी-मेड-इन-जर्मनी के तौर पर इसकी आपूर्ति की थी। एफआइआर में कहा गया है कि ऐसी चार बेयरिंग के लिए निविदा जारी की गई थी। 2013 में 35.38 लाख रुपए का ऑर्डर सिद्ध सेल्स सिंडिकेट को दिया गया। 7 अगस्त 2014 को ऑर्डर बढ़ाकर छह बेयरिंग कर दिया गया। कंपनी ने सात अप्रैल 2014 और 12 अगस्त 2014 के बीच तीन बार दो-दो बेयरिंग की आपूर्ति की।
सीबीआई ने एफआइआर में कहा था कि जीसीएफ के अज्ञात अधिकारियों ने चीन में बने बायर रेस रोलर बेयरिंग को मंजूरी दी थी। दिल्ली की सिद्ध सेल्स सिंडिकेट कम्पनी ने सीआरबी-मेड-इन-जर्मनी के तौर पर इसकी आपूर्ति की थी। एफआइआर में कहा गया है कि ऐसी चार बेयरिंग के लिए निविदा जारी की गई थी। 2013 में 35.38 लाख रुपए का ऑर्डर सिद्ध सेल्स सिंडिकेट को दिया गया। 7 अगस्त 2014 को ऑर्डर बढ़ाकर छह बेयरिंग कर दिया गया। कंपनी ने सात अप्रैल 2014 और 12 अगस्त 2014 के बीच तीन बार दो-दो बेयरिंग की आपूर्ति की।