जबलपुर। कम समय में ज्यादा ब्याज के लालच में कई लोगों की जिंदगी भर की मेहनत की कमाई कुछ माह में ही डूब गई। ये सभी लोग एक चिटफंड कंपनी के जाल में फंसकर ठगी का शिकार हो गए गए। कंपनी के संचालक ने रिएल एस्टेट में निवेश के जरिए मोटा मुनाफा होने का लालच देकर इनसे लाखों रुपए ऐंठ लिए। लेकिन जब रकम लौटाने का वक्त आया तो कंपनी ने जिस अकाउंट का चैक जारी किया गया था वह ही बंद मिला। धोखाधड़ी का शिकार हुए निवेशकों ने मामले की शिकायत ओमती पुलिस से की है। पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है।
15 प्रतिशत मिलेगा ब्याज
पुलिस के अनुसार
शक्ति नगर निवासी एसके रॉय ने शिकायत में बताया है कि नेपियर टाउन में न्यू विस्टास बिजनेस प्रमोशन प्रायवेट लिमिटेड के संचालक रविकिरण श्रीवास्तव ने वर्ष २०१४ में उनसे सम्पर्क किया। बताया कि उनकी कंपनी प्रॉपर्टी में इन्वेस्टमेंट करती है। यदि वे कंपनी में नौ लाख रुपए जमा करते हैं, तो एक साल में उन्हें १५ प्रतिशत के साथ उक्त रकम वापस कर दी जाएगी। लेकिन, तीन साल में कंपनी के संचालक ने न तो मूल रकम दी और न ब्याज दिया।
बैंक अकाउंट भी बंद
पुलिस को शिकायत में रॉय ने बताया कि उन्होंने पत्नी के चैक के जरिए कंपनी में नौ लाख रुपए जमा कर दिए। लेकिन, तीन साल बीत जाने के बाद भी न तो रुपए मिले और न ही ब्याज। जब उन्होंने निवेश की गई रकम वापस मांगी तो उन्हें चैक दिया गया। रविकरण ने उन्हें दो चैक दिए। इसे लेकर वे बैंक में गए तो पता चला कि उक्त एकाउंट बंद हो चुका है।
कई लोग हुए ठगी के शिकार
शक्ति नगर निवासी पीडि़त ने जब चिटफंडी कंपनी का पूरा मामला पुलिस अधीक्षक कार्यालय में अधिकारियों के सामने रखा तो पुलिस हरकत में आयी। एसपी ऑफिस के निर्देश के बाद गुरुवार को ओमती पुलिस ने पीडि़त के बयान दर्ज किए। मामले की जांच शुरू की तो चिडफंडी कंपनी की ठगी के शिकार हुए कई लोग सामने आए। शैलेन्द्र पांडेय, आशा अंसारी और दीपा मालवीय ने भी कंपनी की धोखाधड़ी के शिकार होने की बात कही है।
संचालक गिरफ्तार
पुलिस ने 10 से अधिक लोगों की शिकायत के बाद चिटफंड कंपनी के खिलाफ धोखाधड़ी का प्रकरण दर्ज कर लिया है। सूत्रों के अनुसार पुलिस ने निवेशकों के साथ ठगी करने वाले चिटफंड कंपनी के संचालक की गिरफ्तारी के लिए महानद्दा सहित कुछ जगहों पर दबिश दी। इसके बाद संचालक रविकरण श्रीवास्तव को हिरासत में ले लिया गया है। उससे पूछताछ की जा रही है।