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जबलपुर

एक सपना जो दशकों बाद भी पूरा न हो सका..जानिए क्या है वो सपना

दिखाया था कनॉट प्लेस बनाने का सपना, गार्डन तक संवार नहीं सके , सिविक सेंटर पूरा नहीं हुआ सर्वसुविधायुक्त बाजार का सपना, अवैध कब्जों ने बदरंग कर दी तस्वीर, जेडीए और निगम प्रशासन ने नहीं ली सुध

जबलपुरSep 17, 2015 / 11:47 am

जबलपुर ऑनलाइन

civic center: dream could not be completed after d

civic center: dream could not be completed after decades

जबलपुर। आलीशान बहुमंजिला इमारतों में चमचमाती रोशनी के बीच सर्वसुविधायुक्त बाजार मुहैया कराने का सपना खो गया है। सिविक सेंटर दिल्ली के कनाट प्लेस की तर्ज पर विकसित नहीं हो सका। जेडीए ने आधुनिक बाजार बनाने के लिए मढ़ाताल कमर्शियल कॉम्प्लेक्स की नीव रखी। इंफ्रस्ट्रक्चर भी खड़ा किया, लेकिन योजना पर ठीक से अमल नहीं होने से जिम्मेदारों से एक पार्क तक संभल नहीं सका और समय के साथ सिविक सेंटर की खूबसूरती खोती गई।
बेतरतीब पार्किंग
क मर्शियल कॉम्पलेक्स नंबर 1 के पीछे पार्किंग स्थल तो है, लेकिन यहां वाहन पार्क नहीं होते। नॉनवेज की दुकान चलाने वालों ने पार्किंग के प्रवेश मार्ग पर कब्जा कर रखा है। जिसके कारण लोगों को पता ही नहीं लग पाता कि कमर्शियल कॉम्पलेक्स ब्लॉक के पीछे पार्किंग स्थल भी है। यही वजह है कि वे सड़क किनारे ही अपने वाहन खड़े कर देते हैं और जाम लग जाता है। 2014 में जेडीए ने पार्किंग स्थल को नए सिरे से विकसित करने 25 लाख रुपए का प्रस्ताव तैयार किया, लेकिन पार्किंग स्थल का प्रवेश मार्ग खाली कराने के लिए जेडीए ने नगर निगम को पत्र लिखने से इतर कोई प्रयास नहीं किया।

रेलिंग चोरी, झूले टूटे
समय के साथ जिला प्रशासन ने पार्क में नेताओं, संस्थाओं को धरना, प्रदर्शन और सभा करने की इजाजत दी। अब पार्क की देखभाल भी नहीं होती। नतीजतन झूले टूट चुके हैं और रेलिंग भी चोरी जा रही है।
फु टपाथ बना चौपाटी- सिविक सेंटर में चौपाटी का स्थान पहले से तय है। इसके बावजूद ठेले वालों ने पार्क के चारों ओर फुटपाथ पर कब्जा जमा लिया है।
दोगुनी जगह पर कब्जा
फु टपाथ को मुक्त कराने के लिए झुग्गी वालों के लिए जेडीए ने 100 गुमटियां बनाईं थीं। 1991 में गुमटियां 10-10 हजार में बेची गईं। खरीदारों ने दोगुनी जगह पर कब्जा जमा लिया है। गुमटी वालों से लेकर कमर्शियल कॉम्प्लेक्स के ब्लॉकों में काबिज सभी दुकानदारों के पास रजिस्ट्री है। निगम चाहे तो रजिस्ट्री की जांच कर कब्जे वाली जमीन को मुक्त करा सकता है।
चार साल पहले हैंडओवर
जेडीए ने 4 साल पहले सिविक सेंटर नगर निगम को हैंडओवर कर दिया। इसके बाद अव्यवस्थाओं ने यहां पैर पसार लिए, सिविक सेंटर का सूरतेहाल दिनों दिन बदतर होती जा रही है।
क्या कहते हैं जिम्मेदार
सिविक सेंटर मेंं पार्र्किंग व्यवस्थित करने और मनमाने कब्जे हटाने जेडीए के साथ मिलकर कार्रवाई करेंगे। इस बाजार को संवारने हर संभव प्रयास करेंगे।
स्वाति गोडबोले, महापौर
सिविक सेंटर नगर निगम को हैंडओवर किया जा चुका है, लेकिन यह बाजार जेडीए की महत्वाकांक्षी योजना थी, प्रशासनिक अधिकारियों के साथ बैठक कर इस बाजार की समस्याएं दूर करने आवश्यक कदम उठाएंगे।
डॉ. विनोद मिश्रा, अध्यक्ष, जेडीए
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