जिम्मेदारों की बड़ी लापरवाही से बढ़ा कोरोना का खतरा, कार्रवाई के बजाय सिर्फ खानापूर्ति
सब पर भारी पड़ी शार्दी-पार्टी चेन
शहर में कोरोना संक्रमण की अब तक बनी सभी बड़ी चेन में 30 जून की शार्दी-पार्टी की चेन भारी पड़ी है। इस चेन के जरिए अभी तक 80 से ज्यादा लोग पॉजिटिव मिल चुके है। शादी-पार्टी में शामिल लोगों के बाद अब उनके सम्पर्क में आए दूसरे व्यक्तिजांच में पॉजिटिव मिल रहे हैं। साथ ही दूर सम्पर्क वाले व्यक्तिके परिवार के दूसरे सदस्य भी संक्रमण का शिकार हुए हैं। जिम्मेदारों के कार्यक्रम में हुए नियमों के उल्लंघन से एक से तीसरे व्यक्तितक कोरोना पहुंचने से संक्रमण का दायरा बढ़ गया है। अब तक संक्रमण से दूर रहे कई नए और पॉश इलाकों में कोरोना की दस्तक से स्थानीय लोगों खतरे से घिर गए हैं।
हर बार लापरवाही से बनी कोरोना चेन
पहली : विदेश से एक सराफा कारोबारी सहित उसके परिवार के तीन सदस्य शहर आए। इनके साथ जिले में संक्रमण का प्रवेश हुआ। विदेश से आए व्यक्तिलगातार निगरानी और आइसोलेट नहीं करने से कोरोबारी के सम्पर्क में आए लोगों के जरिए करीब 30 लोग कोरोना संक्रमित हो गए।
दूसरी : चांदनी चौक निवासी एक महिला की उपचार के दौरान मौत हुई। उसमें कोरोना सम्भावित लक्षण थे। रिपोर्ट का इंतजार किए बिना शव परिजन को सौंप दिया गया। प्रोटोकॉल की पालना नहीं हुई। अंतिम संस्कार में बड़ी संख्या में लोग शामिल हुए। उसके बाद क्षेत्र में करीब 48 व्यक्तिसंक्रमित मिले।
तीसरी : रानीताल में सर्वोदय नगर बस्ती निवासी नगर निगम के दो सफाई कर्मियों ने पॉजिटिव मिले विभाग के एक उपयंत्री के सम्पर्क में आने पर कोरोना जांच कराया। नमूने लेने और संदिग्ध होने पर दोनों को क्वारंटीन नहीं किया गया। रिपोर्ट बाद में पॉजिटिव आई। तब तक दोनों के सम्पर्क में आए क्षेत्र के करीब 25 व्यक्तिसंक्रमित हो गए।
निगम के वरिष्ठ अधिकारी के परिवार के वैवाहिक कार्यक्रम में बड़ी लापरवाही की गई, उन्हें नोटिस देकर विभागीय कार्रवाई की जाएगी। किल कोरोना अभियान की वास्तविक स्थिति का रिव्यू किया जाएगा। कलेक्टर व एसपी को निर्देशित किया है कि कोरोना के मामले में अब तक जो भी चूक हुई हैं, उनकी पुनरावृत्ति न हो ये सुनिश्चित करें।
– महेशचंद्र चौधरी, सम्भागायुक्त
सर्वे पर भी उठ रहे सवाल
कोरोना संदिग्धों का पता लगाकर संक्रमण की रोकथाम के लिए चलाए गए किल कोरोना अभियान में कुछ जगह पर जांच के बजाय सिर्फ जानकारी लेने की शिकायत है। रांझी सहित दूर-दराज के कुछ इलाकों में सर्वे टीम के सदस्य लोगों के घरों तक तो पहुंचे, लेकिन उनके पास शरीर का तापमान रेकॉर्ड करना वाला उपकरण ही नहीं था। आंगनवाड़ी और स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं ने परिवारों से मौखिक जानकारी लेकर ही बीमारी और तापमान का ब्योरा ऐप में दर्ज कर दिया। सर्वे में खानापूर्ति से सभी कोरोना सम्भावित लक्षणों वाले व्यक्तियों की पहचान करके संक्रमण की रोकथाम के प्रयास संदिग्ध हो गए हैं। सर्वे के दौरान ही शादी-पार्टी की नई कोरोना चेन भी सामने आई। लेकिन, अभियान सिर्फ डाटा तैयार करने तक सीमित रह गया।