स्टेट साइबर सेल के मुताबिक ‘टॉकिंग फ्रॉग’ (एंटरटेनमेंट एप) पाकिस्तान में डिजाइन ऐप है, जो उपभोक्ता के पर्सनल डेटा चुराने के लिए ही बनाया गया है। इसके अलावा टॉप गन (गेम एप), एमपीजन्की (म्यूजिक एप) और बीजाजनी (वीडियो एप) का इस्तेमाल करने वाले की निजी जानकारी के दुरुपयोग होने की सबसे अधिक आशंका है। गृह मंत्रालय की ओर से जारी साइबर सेल सहित राज्यों को जारी किए पत्र में बताया गया है कि ये चार एप पाकिस्तानी एजेंसियां संवेदनशील जानकारी चुराने और जासूसी के लिए मोबाइल फोन में वायरस भेज रही हैं। कुछ एप सीधे गूगल के प्लेस्टोर पर उपलब्ध करायी गई हैं, तो कुछ एप को डाउनलोड करने के लिए लिंक भेजी जा रही है।
बढ़ रही हैं शिकायतें
स्टेट साइबर सेल, जबलपुर जोन के प्रभारी हरिओम दीक्षित के अनुसार किसी भी एप को डाउनलोड करने से पहले उसकी सुरक्षा फीचर को परख लें। कई एेसे एप का प्रयोग किया जा रहा है, जो व्यक्तिगत डेटा लीक कर लोगों से पैसे की भी मांग कर रहे हैं। इस तरह की शिकायतें साइबर सेल को मिल रही है।
– एंड्रॉयड रैनसोवेयर यह एप मोबाइल में जरूरी फाइल को एन्क्रिप्ट करता है।
– एडल्ट प्लेयर एक अश्लील वीडियो प्लेयर है। इससे निजी फाइल चुराई जा जा रही हैं।
– लॉकरपिन यह एप गूगल प्ले में उपलब्ध नहीं हैं, लेकिन लिंक भेजकर इसे डाउनलोड कराने का प्रयास किया जा रहा है।
– लॉकडाइड यह एप भी मोबाइल में लोड जरूरी डेटा हैक कर सकता है।