धनुष से की गई जम्बो फायरिंग
गन कैरिज फैक्ट्री (जीसीएफ) की ओर से स्वदेशी बोफोर्स तोप धनुष से जम्बो फायरिंग की गई। ओडिशा की बालासोर रेंज में चार सौ राउंड गोले दागे गए। फायरिंग के दौरान कोई बड़ी खामी सामने नहीं आई। अब फैक्ट्री तोप को यूजर ट्रायल के लिए सेना को सौंपंेगी। ३८ किमी दूरी तक निशाना लगाने वाली १५५ एमएम ४५ कैलीबर धनुष तोप का नए वित्तीय वर्ष से उत्पादन शुरू होना है। पहले चरण में १८ तोप तैयार बननी हैं। इसका इंडेंट भी फैक्ट्री को आयुध निर्माणी बोर्ड से मिल गया है। बोर्ड केवल दूसरे चरण की फायरिंग के परिणामों का इंतजार कर रहा था। जनवरी और फरवरी में दो चरणों की फायरिंग सफल रही। इसकी रिपोर्ट बोर्ड भी भेजी गई है।
पांच हजार राउंड के करीब पहुंचा लक्ष्य
धनुष तोप का प्रोजेक्ट शुरू हुए लगभग सात साल हो गए हैं। अलग-अलग जगह एक दर्जन से ज्यादा बार किए गए परीक्षण में चार हजार ५०० से अधिक राउंड की फायरिंग की जा चुकी है। लेकिन, आमतौर पर एक साथ ४०० से ज्यादा राउंड की फायरिंग पहले नहीं की गई। बताया जाता है कि टेस्टिंग रेंज में पूरे समय गोले की आवाज गंूजती रही।
नई बैरल भी मिली
तोप के उत्पादन को लेकर फैक्ट्री में तैयारियां जोरशोर से शुरू कर दी गई हैं। रॉ मटेरियल मंगाने का काम भी प्रबंधन ने शुरू कर दिया है। सूत्रों ने बताया कि आयुध निर्माणी कानपुर से करीब चार बैरल भी फैक्ट्री पहुंचने वाली हैं। इनका अभी होशंगाबाद जिले के इटारसी में स्थित रक्षा मंत्रालय की टेस्टिंग रेंज में परीक्षण किया जा रहा है। परीक्षण के बाद इन्हें फिर कानपुर भेजा जाएगा। जांच के बाद फाइनल असेम्बलिंग के लिए यह बैरल जीसीएफ लाई जाएंगी।
– धनुष तोप की फायरिंग बेहतर थी। लगभग ४०० राउंड की फायरिंग की गई है। जल्द ही तोप को यूजर ट्रायल के लिए भेजा जाएगा।
संजय श्रीवास्तव, जनसम्पर्क अधिकारी, जीसीएफ , जबलपुर।