कब्रिस्तान पर नाला
प्राप्त जानकारी के अनुसार नरसिंहपुर से करीब 20 किलोमीटर दूर करेली तहसील का नया खेड़ा ग्राम एक ग्राम पंचायत है। यहां करीब 25 मुस्लिम परिवार रहते हैं। सरकारी रिकार्ड में खसरा नंबर 139 में कब्रिस्तान की भूमि बताई गई है जो वक्फ बोर्ड के नाम पर है। मौके पर जब भी इस भूमि की तलाश की जाती है, तो उस जगह पर एक नाला मिलता है। इस स्थिति के चलते यहां के मुस्लिम परिवार शव को अपने खेत में दफनाते चले आ रहे हैं।
इन्हें कहां ले जाएं
गांव में जिन मुस्लिम परिवारों के पास खुद की जमीन है वे वहीं पर मृतकों का कफन-दफन करते हैं। मंगलवार को ग्राम के 65 वर्षीय सुग्गन खां की मृत्यु पर अजीब सवाल खड़ा हुआ। दरअसल सुग्गन के पास खुद की कोई जमीन नहीं थी। सवाल ये खड़ा हुआ कि उनके शव को आखिर कहां दफनाया जाए..? जहां कब्रिस्तान की जगह है, वहां तो नाला बह रहा है और खुद के पास कोई जमीन ही नहीं है। काफी सोच विचार के बाद सुग्गन के परिजनों ने उनके शव को घर में दफनाने का निर्णय लिया। सुग्गन के रिश्तेदार शरीफ खान के अनुसार अब घर में ही कब्र की खुदाई भी शुरू कर दी गई है। इस खबर के बाद प्रशासन के अधिकारी भी हरकत में आ गए हैं। एसडीएम राजेन्द्र राय का कहना है कि इस मामले में तहसीलदार से बात की जा रही है।
मजबूरी में किया काम
जिला वक्फ बोर्ड के अध्यक्ष हुसैन पठान के अनुसार सरकारी रिकार्ड में खसरा नंबर 139 में वक्फ बोर्ड के नाम पर कब्रिस्तान की जमीन है पर मौके पर जब भी इसकी तलाश की गई पटवारी वहां नाला बताता है। वर्षों से लोग अपने खेत में शव दफनाते आ रहे हैं। सुग्गन गरीब आदमी था। उसके पास कोई जमीन नहीं थी, जिससे मजबूरी में उसे घर में ही दफनाना पड़ रहा है। बुधवार को उन्हें दफन किया जाएगा।
सरपंच ने कहा ये
नयाखेड़ा ग्राम सरपंच ओंकार कौरव ने कहा कि मेरी यह सलाह है कि शव को कब्रिस्तान के लिए निर्धारित स्थान पर दफन किया जाना चाहिए। रिहायशी बस्ती के बीच अपने घर में शव दफन करना उचित नहीं होगा।