ठेका देने के बाद भी नहीं आए लोग
जानकारों का कहना है कि नगर निगम के द्वारा कई बार इन्हें पकडऩे के लिए ठेका दिया है लेकिन इसे लेने लोग आगे नहीं आ रहे हैं, जिससे इनकी संख्या बढ़ रही है। उधर, जानकार कहते हैं कि ठेका लोकल स्तर पर दिया जाता है, जिससे लोग नहीं मिल रहे हैं। यदि यह ठेका ऑनलाइन दिया जाए तो इसके लिए बाहर की एजेन्सी आ सकती है। शहर के स्मार्ट सिटी क्षेत्रों में जगह-जगह पिग हाउस बन गया है। इससे इन क्षेत्रों में दिन भर पिग घूमते रहते हैं, जिससे लोग परेशान हो चुके हैं। क्षेत्रीय लोगों का कहना है कि इनकी वजह से घरों में लोग कैद होकर रह गए हैं। बाहर निकलते ही इनके टकराने या हमला करने की आशंका बनी रहती है।
बच्चे हो रहे परेशान- कॉलोनियों में रहने वाले बच्चे सबसे ज्यादा परेशान हैं, जहां साइकिल सीखने वाले छोटे बच्चे इनकी चपेट में आ रहे हैं। कॉलोनियों में सैर करने वाले लोग भी इनसे बचकर गुजर रहे हैं।
ये है हालात- शहर के खाली भूखंडों या फिर नाले-नालियों के किनारे पिग हाउस बन गए हैं, जहां एक समय में दस-बारह पिग मौजूद रहते हैं। इनकी वजह से नालियां भसक गई हैं। नालियों में जल निकासी प्रभावित हो रही है। इन जगहों पर पिग का जमावड़ा रहता है, जिससे लोग परेशान हो गए हैं। इनकी सुनवाई कहीं नहीं हो रही है।