पुलिस के अनुसार पीडि़ता शादी-शुदा है और उसके नौ साल व पांच साल के दो बेटे हैं। तीन साल पहले पति से अनबन होने के बाद से वह गढ़ा क्षेत्र में रह रही है। मोहल्ले के ही दिनेश केवट के साथ उसके प्रेम सम्बंध हैं। दिनेश केवट ने कुछ दिन पहले उससे शादी करने से मना कर दिया। जिसके बाद से दोनों के बीच अनबन हो गयी थी। पीडि़ता के मुताबिक सात फरवरी को त्रिपुरी चौक पर एक महिला व एक व्यक्ति कार से पहुंचे और दिनेश से समझौता कराने का झांसा देकर उसे बिठा लिया। वे कार से लेकर उसे बेलखेड़ा ले गए। वहां एक व्यक्ति कार में और सवार हुआ। तीनों उसे सागर के बम्होरी (बिलहरा) गांव निवासी रीतेश मिश्रा के घर ले गए और जबरन उसके साथ शादी करा दिए। पीडि़ता के मुताबिक महिला व उसके साथियों ने रीतेश से पैसे भी लिए थे। तीनों उसे छोडकऱ चले गए। इस बीच रीतेश द्वारा उसे बंधक बनाकर दो दिनों तक दुष्कर्म किया जाता रहा। जबकि उसने अपने बच्चों और पहले से शादी-शुदा होने का हवाला देती रही।
डायल-100 से मांगी मदद
पीडि़ता के हाथ रविवार को रीतेश का मोबाइल लग गया। उसने डायल 100 पर फोन लगाकर मदद मांगी। पुलिस मौके पर पहुंच कर उसे मुक्त कराया और रीतेश को गिरफ्तार कर लिया। गोपालगंज पुलिस ने पीडि़ता की शिकायत पर दुष्कर्म का मामला दर्ज कर केस डायरी गढ़ा को ट्रांसफर की थी। रविवार देर रात गढ़ा पुलिस ने प्रकरण दर्ज कर लिया है। पीडि़ता के मुताबिक वह महिला और उसके साथ वाले दोनों व्यक्तियों के नाम नहीं जानती, लेकिन पहचान लेगी।