पंचकल्याणक गजरथ महोत्सव: इंद्र-इंद्राणियों ने की गजरथ फेरी
जबलपुर•Mar 19, 2019 / 01:24 am•
Sanjay Umrey
gajrath mahotsav
जबलपुर। अमृत तीर्थ कटंगी रोड, करमेता में सोमवार दोपहर 1.30 बजे जिनबिम्ब पंचकल्याणक प्रतिष्ठा महोत्सव में गजरथ फेरी के दिव्य दर्शन के श्रावकों और दर्शकों का सैलाब उमड़ पड़ा। मंगल के प्रतीक गजराज, ऐरावत स्वरूप पांच सूंड वाले श्वेत रंग के हाथी, भगवान के पांच सुसज्जित रथ, मातृ शक्ति के दिव्य घोष के बीच आचार्य विशुद्ध सागर के ससंघ सान्निध्य में इंद्र-इंद्राणियों ने गजरथ फेरी की तो धरती पर इंद्रासन का दृश्य निर्मित हो गया। स्थानीय के अलावा अन्य राज्यों के लोग भी धर्म प्रभावना के साक्षी बने, करमेता में धर्मधानी का अहसास हुआ।
गजरथ महोत्सव में सोमवार सुबह 6.15 बजे मुनि आदि कुमार के मोक्ष कल्याणक का विधान पूर्ण हुआ। धार्मिक जिन वाणी व संगीत की मधुर प्रस्तुति हुई। दोपहर में गजरथ की फेरी दिव्य जयघोष के साथ शुरू हुई।
तपती धूप में भक्ति
तपती धूप में भी सैकड़ों इंद्र-इंद्राणियों ने नंगे पाव चलकर सात फेरी पूरी की। इनकी जुबां पर णमोकार मंत्र और चेहरे पर आस्था के भाव थे। पवित्रता के लिहाज से अनुष्ठान में शामिल लोगों को ही गजपथ पर प्रवेश दिया गया था। जिन लोगों को प्रवेश नहीं मिला, उन्होंने बाहर गजपथ के किनारे चलकर जिन भक्ति की। रथों से रत्न वर्षा स्वरूप मोतियां बिखेरी गईं।
पाषाण से परमात्मा का अनुष्ठान आज पूर्ण
संस्कारधानी के सबसे ऊंचे जिनालय अमृत तीर्थ में मंगलवार को सुबह 7.30 बजे भगवान आदिनाथ के महामस्तकाभिषेक के साथ गजरथ महोत्सव में पाषाण से परमात्मा का अनुष्ठान सम्पूर्ण हो जाएगा।
गजरथ महोत्सव में रथों की शुद्धि मुख्य प्रतिष्ठाचार्य जयकुमार निशांत, कमलकुमार कमलांकुर, राजेश राय, राजकुमार शास्त्री व सोनू शास्त्री ने की। आयोजन में सतीश वर्धमान, अनिल सागर, मुकेश फणीश, सुरेंद्र जैन पहलवान, नितिन बेंटिया, गीतेश जैन, संजय जैन सम्यक, मनोज सेठ सहित काफी लोग शामिल हुए।