जानकारी के अनुसार मंगलवार को विष्णुदयाल की पत्नी राधाबाई इंदौर से लौटी तो तिजोरी के बारे में बताया। उनका घर खेत में बना है। वहां तक जाने के लिए सिर्फ पगडंडी है। घर में किसी तरह के तोडफ़ोड़ के निशान नहीं मिले हैं। पुलिस को आशंका है कि ऐसी परिस्थिति या तो किसी परिचित के आने पर होती है या फिर किसी वजह से घर का दरवाजा खुला रहने पर हो सकता है। बेटा सराफा करोबारी रत्नेश उर्फ राजा सोनी ने बताया कि उसके पिता पहलवान थे। ऐसे में एक आशंका ये भी व्यक्त की जा रही है कि कोई रात में घर में घुसा होगा, जिससे वह भिड़ गए होंगे और फिर उनकी हत्या कर दी गई होगी।
विष्णुदयाल जौहरी की पत्नी राधाबाई काफी धार्मिक प्रवृत्ति की है। उन्होंने आधा घर कृष्ण मंदिर में तब्दील कर लिया है। उनका अधिकतर समय पूजा-पाठ में ही गुजरता था। मंदिर के पीछे वाले हिस्से में विष्णुदयाल का बेडरूम है। राधाबाई 10 दिन पहले भोपाल और फिर वहां से इंदौर चली गई थीं। रविवार शाम छह बजे विष्णुदयाल जौहरी बेटे के मनमोहन नगर स्थित घर से करमेता वाले घर निकले थे। सोमवार को भी वह भोजन करने नहीं गए तो रात में बेटा रत्नेश तलाश करते हुए करमेता वाले घर गया था। वहां पिता जौहरी की रक्तरंजित लाश देखकर फिर पुलिस को खबर की थी। जौहरी के चेहरे, सिर, गर्दन, गुप्तांग में धारदार हथियार से 13 वार के निशान थे।