हर माह पीते हैं सोना
ग्वारीघाट स्टेशन के समीप शासकीय आयुर्वेदिक कॉलेज में एक अनोखा काम किया जाता है। यहां सुवर्ण प्राशन नामक कार्यक्रम चलाया जा रहा है जिसमें बच्चों को सोने की दवा पिलायी जाती है। सोमवार को भी सुवर्ण प्राशन कार्यक्रम यहां आयोजित किया गया जिसमें करीब २५० बच्चे पहुंचे। इन बच्चों ने सुवर्ण प्राशन के तहत सोने की दवा का सेवन किया। दवा सेवन सुबह से लेकर दोपहर तक किया गया। अस्पताल भवन की ओपीडी में कॉलेज के छात्र-छात्राओं सहित कर्मचारियों ने भी इसमें खासा सहयोग दिया। कार्यक्रम प्रभारी डॉ. सुनील जैन बताते हैं कि बच्चों को हर माह यह दवा पिलायी जाती है। माह के पुष्य नक्षत्र पर बच्चों को स्वर्ण बिंदू दवा पिलाई जाती है।
पुष्य नक्षत्र के दिन स्वर्ण बिंदु
कार्यक्रम प्रभारी डॉ. सुनील जैन के मुताबिक पुष्य नक्षत्र के दिन स्वर्ण बिंदु पीने के लिए खासी भीड़ थी। सुबह ९.३० बजे से लेकर दोपहर १२ बजे तक स्थिति यह हो गई थी कि अस्पताल की ओपीडी में पैर रखने की जगह नहीं थी। अभी तक स्वर्ण बिंदू पीने बच्चों की संख्या कम थी, लेकिन सोमवार को रिकार्ड बच्चे आए हैं। गौरतलब है कि पत्रिका एक्सपोज में गतांक में सुवर्ण प्राशन के संबंध में विस्तृत जानकारी प्रकाशित की गयी थी। इससे अनेक लोगों को दवा की जानकारी मिले। जिसे देखते हुए लोगों ने अस्पताल में पहुंचकर जानकारी ली और बच्चों को दवा सेवन करवाई। अब यह दवा २३ अप्रेल को पिलाई जाएगी। नियमित रूप से दवा लेने वाले पालकों के मुताबिक यह सर्वश्रेष्ठ दवा है।
कार्यक्रम प्रभारी डॉ. सुनील जैन के मुताबिक पुष्य नक्षत्र के दिन स्वर्ण बिंदु पीने के लिए खासी भीड़ थी। सुबह ९.३० बजे से लेकर दोपहर १२ बजे तक स्थिति यह हो गई थी कि अस्पताल की ओपीडी में पैर रखने की जगह नहीं थी। अभी तक स्वर्ण बिंदू पीने बच्चों की संख्या कम थी, लेकिन सोमवार को रिकार्ड बच्चे आए हैं। गौरतलब है कि पत्रिका एक्सपोज में गतांक में सुवर्ण प्राशन के संबंध में विस्तृत जानकारी प्रकाशित की गयी थी। इससे अनेक लोगों को दवा की जानकारी मिले। जिसे देखते हुए लोगों ने अस्पताल में पहुंचकर जानकारी ली और बच्चों को दवा सेवन करवाई। अब यह दवा २३ अप्रेल को पिलाई जाएगी। नियमित रूप से दवा लेने वाले पालकों के मुताबिक यह सर्वश्रेष्ठ दवा है।