ईओडब्ल्यू ने धोखाधड़ी का प्रकरण दर्ज किया
स्कूल में निवेश के नाम पर दम्पती ने ठग लिए 2 करोड़ 60 लाख रुपए
पीडि़तों की शिकायत पर आर्थिक अपराध प्रकोष्ठ (ईओडब्ल्यू) ने मामले की जांच की, तो धोखाधाड़ी कर रुपए हड़पने की बात सामने आई है। शुरुआती जांच के बाद ईओडब्ल्यू ने आरोपी दम्पती तिलहरी के केलबरी लूथरन चर्च निवासी वैपुरी माधवी और उसके पति पास्टर जय सिडनी के विरुद्ध भादंवि की धारा 420, 406, 120 बी का प्रकरण दर्ज किया।
एनजीओ से जुड़े हैं आरोपी
ईओडब्ल्यू को जांच में पता चला है कि आरोपी वैपुरी माधवी एवं जय सिडनी तिलहरी में क्रिस्चियन सोसायटी के एक एनजीओ से जुड़े हैं। इसी का सहारा लेकर आरोपियों ने खुद को समाजसेवी के रूप में पेश किया। आरोपी रईस घरों की महिलाओं से सामाजिक कार्यकर्ता बनकर मिलते थे। समुदाय विशेष का हवाला देकर विदेशों से मोटी रकम चंदा में मिलने का हवाला देते। महिलाओं को बताते थे कि स्कूल का निर्माण शुरू करने के लिए रकम की आवश्यकता है। उसके बाद विदेश से चंदा की रकम आने पर उन्हें निवेश की गई राशि से ज्यादा राशि वापस कर दी जाएगी।
छह साल से चल रहा था खेल
ईओडब्लयू को जांच में पता चला है कि दम्पती कई साल से धोखाधड़ी में लिप्त थे। अभी सामने आई 2.6 करोड़ की ठगी वर्ष 2014 से 2020 के बीच की बताई जा रही है। धोखाधड़ी की शिकार महिलाओं में बिल्डर, बड़े कारोबारी, पूर्व प्राचार्य और कोरियर संचालक की पत्नी बताई जा रही हैं। आरोपियों ने कई अन्य महिलाओं से भी ठगी की है। यह रकम 20 करोड़ रुपए से ज्यादा होने का अनुमान लगाया जा रहा है।
प्राइवेट स्कूल खोला
ईओडब्ल्यू को जांच में पता चला कि दमम्ती ने एकता मार्केट के पीछे सिडनी इंटनेशनल स्कूल खोला है। इसके लिए 40 लाख रुपए में जमीन खरीदी है। इस स्कूल में ठगी की रकम के निवेश की आशंका है।
राजनीतिक पहुंच
आरोपी दम्पती काफी शातिर है। वे रईस घरों की महिलाओं को ऊंची राजनीतिक पहुंच बताती थे। कोई रुपए मांगने के लिए आता, तो उसे झूठे मामले में फंसाने की धमकी देकर चुप करा देते थे।