खेल एवं युवा कल्याण विभाग ने रानीताल खेल परिसर में साई को टे्रनिंग सेंटर के लिए लगभग २० एकड़ जमीन की सैद्धांतिक स्वीकृति करीब तीन साल पहले दी थी। निगम प्रशासन ने स्मार्ट सिटी योजना के तहत यहां पर दूसरी योजना फलीभूत करने का निर्णय लिया है, लेकिन यहां पर साई का प्रोजेक्ट भी आना है। एेसे में विवाद की स्थिति निर्मित हो सकती है। यह जमीन अभी खेल एवं युवा कल्याण विभाग के आधिपत्य में हैं। निगम की कार्रवाई से साई ने उच्चाधिकारियों को अवगत कराया है।
साई के पास खुद का मैदान नहीं
साई वर्तमान में हॉस्टल एवं डे बोर्डिंग के अंतर्गत आठ खेलों का प्रशिक्षण देता है। एनआईएस और अंतरराष्ट्रीय प्रशिक्षक हैं, लेकिन खिलाडि़यों को बेहतर सुविधाएं नहीं मिलतीं। खिलाडि़यों को खेल विभाग एवं नगर निगम के प्रशिक्षण केन्द्रों में प्रशिक्षण दिया जाता है। इन जगहों पर साई के मापदंडों के अनुरूप सुविधाएं नहीं हैं। इसलिए शहर में साई टे्रनिंग सेंटर की स्थापना बेहद जरुरी है।
स्पोट्र्स अथॉरिटी ऑफ इंडिया के क्षेत्रीय निदेशक राजेन्दर सिंह बताते हैं कि जबलपुर में टे्रनिंग सेंटर की आवश्यकता है। इसके लिए जमीन की पहचान का काम किया गया था। रानीताल में जमीन तय भी की गई, लेकिन यहां कचरे का ढेर है। यदि नगर निगम उसे साफ करता है और भूमि मैदान तैयार करने लायक होगी तो योजना पर आगे काम किया जाएगा।