मिल गई हरी झंडी
पश्चिम मध्य रेलवे जोन अब एकमात्र ऐसा जोन होगा जो पूरी तरह से इलेक्ट्रिफिकेशन की तरफ कदम आगे बढ़ा रहा है। मुंबई से इसका निरीक्षण करने आए रेल सुरक्षा आयुक्त की हरी झंडी मिल चुकी है। पश्चिम मध्य रेलवे जोन के महाप्रबंधक शैलेंद्र सिंह ने बताया कि रेल संरक्षा आयुक्त ए के जैन ने पश्चिम मध्य रेल जोन के तीन मंडलों कोटा, भोपाल और जबलपुर का 26 जून से लेकर 29 जून तक निरीक्षण किया।
जिसमें कई रेल खंडों पर विद्युत इंजन से सफल स्पीड ट्रायल भी किया। इनमें 43 किलोमीटर का ट्रायल कोटा मंडल, 90 किलोमीटर का ट्रायल भोपाल मंडल और 105 किलोमीटर का ट्रायल जबलपुर मंडल में किया. निरीक्षण के दौरान विद्युतीकरण के काम को संतोषजनक पाते हुए उन्होंने इसे हरी झंडी दे दी है।
लोगों को मिलेगी राहत
हरी झंडी मिलने के बाद से अब रेलवे और यात्रियों दोनों को इसका फायदा मिलेगा। बता दें कि अभी तक उत्तर प्रदेश के इलाहाबाद जाने वाली अधिकांश ट्रेनों के रेल इंजन को कटनी – सतना के बीच बदला जाता था। जिसमें काफी समय लगता था। अब जब 3 बड़े मंडलों में इलेक्टिक लाइन हो गयी है तो इसमें ट्रेनों की गति में तेज़ी आएगी