शिक्षा कानून से जुड़े विशेषज्ञों से विधिक परामर्श ले रहा प्रशासन
किताब दुकानों में बेच रहे थे बिना आइएसबीएन नम्बर की पुस्तकें
अब तक 75 स्कूलों के खिलाफ प्रकरण बनाया जा चुका है। वहीं 5 कॉपी-किताब व शैक्षणिक सामग्री बेचने वाले दुकानदारों की जांच कर 21 हजार 600 किताबें जब्त की हैं। इनमें आइएसबीएन नंबर नहीं था तो कुछ में डुप्लीकेट नंबर था। इसलिए अब न केवल विक्रेता बल्कि प्रकाशकों पर भी मामला बनाया जाएगा।
स्कूलों पर भी प्रकरण दर्ज
अभी जिन निजी स्कूलों की शिकायत मिली थी उन्होंने अभिभावकों को दुकान विशेष से किताब-कॉपी के अलावा स्टेशनरी, यूनिफॉर्म, जूते और मोजे तक खरीदने के लिए बाध्य किया था। इसलिए दोषी स्कूलों के खिलाफ मध्यप्रदेश निजी विद्यालय नियम 2020 के प्रावधानों के तहत वैधानिक कार्यवाही की गई है। इसमें नोटिस जारी किए गए हैं। इसी प्रकार बढ़ी हुई फीस का मामला सामने आया था। इन मामलों में स्कूल प्रबंधन के खिलाफ किस प्रकार दूसरे कानूनों के तहत कार्यवाही की जा सके, इसके लिए कानून विशेषज्ञों से राय लेकर रिपोर्ट तैयार की जा रही है। इसके बाद अलग से प्रकरण दर्ज किया जाएगा।
किसी दुकान विशेष से पाठय पुस्तक, शिक्षण सामग्री और यूनिफॉर्म खरीदने बच्चों और अभिभावको को बाध्य करने वाले निजी स्कूलों के खिलाफ प्रकरण दर्ज किया जा चुका है। किताब-कॉपी दुकान संचालकों के प्रकरण में एसडीएम और तहसीलदारों के प्रतिवेदन के आधार पर कार्यवाही की जाएगी। इसकी तैयारियां चल रही हैं।
दीपक सक्सेना, कलेक्टर