scriptनाले में ‘कचरे की चादर’, देखें वीडियो | JABALPUR MUNICIPAL CORPORATION | Patrika News
जबलपुर

नाले में ‘कचरे की चादर’, देखें वीडियो

ओमती नाले में जम रही कचरे की सिल्ट, कचरा देखकर लोग लगा रहे आग

जबलपुरApr 04, 2019 / 11:34 am

manoj Verma

JABALPUR MUNICIPAL CORPORATION

JABALPUR MUNICIPAL CORPORATION

जबलपुर। शहर का सबसे बड़ा नाला ओमती कचरे की चादर से ढंकता जा रहा है। नाले में कचरे की सिल्ट जम रही है। सिल्ट जम जाने से पानी की निकासी प्रभावित हो रही है। नाले में कचरा देखकर उसे आग लगा रहे हैं ताकि नाले का प्रवाह प्रभावित न हो। नाले में जमा कचरा शहर के कचरा प्रबंधन को सवालों के कठघरे में खड़ा कर रही है कि जब डोर टू डोर कचरा लिया जा रहा है। कचरा फेंकने के लिए डस्टबिन आदि रखे गए हैं तो आखिर नाले में कचरा कहां से आ रहा है?
मदनमहल की ओर से कछपुरा होते हुए शताब्दीपुरम की ओर जाने वाले ओमती नाले की हालत खराब हो गई है। यह नाला करीब तीस फीट चौड़ा और करीब पन्द्रह फीट गहरा है। इस नाले में मौजूदा हालात में करीब तीन-चार फीट पानी है। नाले में जगह-जगह कचरा भरा हुआ है। यह कचरा सबसे ज्यादा शताब्दीपुरम के घुमावदार वाली जगह पर है। कचरे की सिल्ट सी जम गई है। पानी निकलने के लिए कुछ ही जगह बची हुई है। क्षेत्रीय लोगों के मुताबिक यहां पानी के साथ आने वाला कचरा जमता जा रह है, जो पिछले बीस दिनों में इतना बड़ा ढेर हो गया है कि वहां से पानी भी नहंी निकल पा रहा है।
कचरे में पॉलीथिन
नाले के कचरे में सबसे ज्यादा पॉलीथिन थैली, पॉलीथिन की बोतलें, पॉलीथिन-प्लास्टिक के टुकड़े सहित अन्य कचरा है। यह कचरा मिट्टी के साथ जमता जा रह है। एमआर-४ के आदर्श कॉलोनी वाले हिस्से में नाले के किनारे जाली लगाई हुई है। इसके करीब ही वेस्ट का ढेर नाले में है। इस ढेर में पॉलीथिन वेस्ट सबसे ज्यादा है।
नहीं होती है सफाई
जानकारों का कहना है कि नाले की सफाई ही नहीं होती है। यहां नाले के किनारे जाली आदि लगा देने से सफाई कर्मचारी या फिर मशीनें वहां नहीं जा सकती है। गत वर्ष इस नाले की बमुश्किल सफाई हो पाई थी लेकिन उसके बाद फिर कभी भी सिल्ट या कचरा हटाया नहीं गया है।
संक्रमण का खतरा
नाले में पानी के ठहरने और कचरे की मौजूदगी की वजह से यहां दुर्गंध फैल रही है। मच्छरों की संख्या बढ़ती जा रही है। इस नाले के बाजू सड़क के दूसरी ओर कॉलोनियां लगी हुई है। नाले के आगे भी शताब्दीपुरम कॉलोनी है। मच्छरों की वजह से कॉलोनीवासी परेशान होने लगे हैं। लोगों का कहन है कि शाम को यह स्थिति रहती है कि घर की खिड़की या दरवाजे खोल नहीं सकते हैं।
कहते हैं लोग
नाले की वजह से मच्छर बढ़ गए हैं। हम दरवाजे खिड़की बंद ही रखते हैं।
मीनाक्षी
नाले में कभी सफाई नहीं होती है। यहां दुर्गंध आने लगी है। इससे हम परेशान हैं।
देविका
जोन कार्यालय को कहा गया है लेकिन वहां भी आश्वासन देकर कुछ नहीं किया है।
मालती
नाले की सफाई की जा रही है। अभी मदनमहल के पास सफाई चल रही है। शताब्दीपुरम की ओर नाला जिगजैक आकार में है, वहां सफाई की जाएगी। कुछ दिनों पहले हमने सफाई की थी।
जीएस चंदेल, स्वास्थ्य अधिकारी, नगर निगम
loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो