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शहर की राजनीति में हमेशा वकीलों की रही है सहभागिता
कानूनी दांव-पेंच से सियासी दंगल तक लहराया परचम, रचा इतिहास
कोर्ट परिसर में बिछती हैं गोटियां
वरिष्ठ वकीलों का कहना है कि कोर्ट परिसर में वकीलों के पक्षकारों के रूप में आने वाले राजनेताओं से सम्पर्क होंता है। इसके अलावा कानून व संविधान के जानकार होने के नाते राजनीति की वकीलों में सहज समझ होती है। राजनीतिज्ञों से अपने सम्पर्कों व राजनीति की सूझबूझ विकसित होने के चलते वकील समुदाय बहुत जल्द राजनीति की ओर झुकता है।
इंदिरा ने फोन कर बनाया राज्यसभा सांसद
कांग्रेस से जुड़े लोग बताते हैं कि 1974 में तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने गुलजार की फिल्म च्किस्सा कुर्सी काज् रिलीज होने से रोक दी थी। सरकार को आशंका थी कि फिल्म के जरिए सरकार की छवि खराब की जाएगी। इसके खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में मामले पर इंदिरा गांधी व संजय गांधी का पक्ष रखने के लिए जबलपुर के वरिष्ठ अधिवक्ता सरदार राजेंद्र सिंह दिल्ली गए। उन्होंने सुको में अपनी जोरदार पैरवी के चलते तत्कालीन सरकार व प्रधानमंत्री को जिता दिया। इससे प्रभावित होकर इंदिरा गांधी ने 1981 में सरदार राजेंद्र सिंह को जबलपुर से राज्यसभा सांसद बना दिया।
पार्टियों की कमान भी सम्भाली
शहर के वकीलों ने राजनीतिक पार्टियों की कमान भी सम्भाली। भाजपा के वर्तमान नगर अध्यक्ष अधिवक्ता जीएस ठाकुर हैं। कांग्रेस पार्टी के प्रदेश उपाध्यक्ष रामेश्वर नीखरा वकीलों की शीर्ष संस्था स्टेट बार काउंसिल के अध्यक्ष भी रह चुके हैं। वरिष्ठ अधिवक्ता आदर्शमुनि त्रिवेदी, अधिवक्ता आलोक मिश्रा, कनक तिवारी, सुधीर नायक आद नाम प्रदेश की राजनीति में प्रभावशाली माने जाते रहे हैं।
राज्यपाल बने वरिष्ठ अधिवक्ता निर्मलचंद जैन
जबलपुर की मिट्टी में राजनीति की महक पहले से ही है। हाईकोर्ट की स्थापना के बाद यहां वकीलों का जमावड़ा लगने लगा। वरिष्ठ अधिवक्ता निर्मलचंद जैन 1977 में सिवनी लोकसभा क्षेत्र से जनता पार्टी के सांसद चुने गए। वे राष्ट्रीय वित्त आयोग के अध्यक्ष भी बने। 2003 में उन्हें राजस्थान का राज्यपाल बनाया गया। इसके पहले वे जनता पार्टी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी में सम्माननीय नेता के रूप में जाने जाते थे।
जनप्रतिनिधि रहे वकील
– निर्मलचंद जैन, जनता पार्टी-पूर्व सिवनी सांसद, राजस्थान के राज्यपाल
– रविनंदन सिंह, भाजपा-पूर्व सीधी सांसद
– सरदार राजेंद्र सिंह, कांग्रेस-राज्यसभा सदस्य
– विवेक तन्खा, कांग्रेस- राज्यसभा सदस्य कांग्रेस लीगल सेल राष्ट्रीय प्रभारी
– रामेश्वर नीखरा, कांग्रेस-1980 व 1984 में होशंगाबाद सांसद, कांग्रेस प्रदेश उपाध्यक्ष
– अंचल सोनकर, भाजपा-2 बार विधायक
– शरद जैन, भाजपा- 3 बार विधायक, राज्यमंत्री
– लखन घनघोरिया, कांग्रेस- वर्तमान विधायक एवं सामाजिक न्याय मंत्री