scriptदेखते ही दिल में उतर जाएगी मदन महल की वादी | Madan Mahal's plaintiff Will fall into the heart | Patrika News
जबलपुर

देखते ही दिल में उतर जाएगी मदन महल की वादी

जिला प्रशासन, नगर निगम, वन विभाग सभी मिलकर देंगे आकार, मदन महल पहाड़ी पूरी खाली कराने अब होगी दूसरे दौर की कार्रवाई

जबलपुरFeb 27, 2019 / 01:24 am

shyam bihari

देखते ही दिल में उतर जाएगी मदन महल की वादी

madan mahal

यह है स्थिति
– 1950 अवैध भवन पहाड़ी से हटाए
– 306 हेक्टेयर जमीन है मदनमहल पहाड़ी की
– 0.065 हेक्टेयर भूखंड पुरातत्व विभाग द्वारा संरक्षित
– 116.482 हेक्टेयर वन विभाग द्वारा संरक्षित
– शेष जमीन राजस्व विभाग की जिसमें कब्जेधारी हैं व कुछ जमीन निजी स्वामित्व की है
जबलपुर। दुर्लभ जड़ी-बूटियों और शिलाओं के अद्भुत संतुलन के लिए ख्यातिलब्ध मदनमहल पहाड़ी जियोलॉजिकल पार्क बनने के लिए तैयार है। पहाड़ी से तेजी से कब्जे हटाए जा रहे हैं। अवैध रूप से बने साढ़े उन्नीस सौ कच्चे-पक्के मकान तोड़े जा चुके हैं। ऐसे में पहाड़ी को संरक्षित करने के साथ रमणीय स्थलों को एक परिपथ में जोडऩे व पर्यटन का केन्द्र बनाया जाएगा। इसे जियोलॉजिकल पार्क के रूप में विकसित करने जिला प्रशासन, नगर निगम व वन विभाग की संयुक्त टीम कार्ययोजना बना रही है। इसके लिए विशेषज्ञों की कई दौर की बैठक भी हो चुकी हैं।
प्राकृतिक विज्ञान पार्क है पहाड़ी
– भूकं प के लिहाज से अत्यंत संवेदनशील शहर में शिलाओं का अद्भुत संतुलन
– कई उपचारों की औषधि व दुर्लभ जड़ी-बूटी हैं पहाड़ी पर
– पहाड़ी के हरित क्षेत्र में औषधीय जल युक्त झरना
– दुर्लभ पक्षी भी पहाडी पर करते हैं विचरण
– ग्रेनाइट की करोड़ों साल पुरानी चट्टानों के कारण भी पहाड़ी महत्वपूर्ण
रोपवे की होना है स्थापना
मदनमहल पहाड़ी पर स्थित सभी रमणीय स्थलों को एक पर्यटन परिपथ में जोडऩे के लिए नगर निगम स्मार्ट सिटी योजना के तहत यहां रोपवे स्थापित करने की कार्य योजना बना चुका है। पीपीपी मोड पर रोपवे की स्थापना होना है।
तारामंडल व साइंस सेंटर स्थापना के लिए उपयुक्त
जबलपुर में तारामंडल व साइंस सेंटर की स्थापना होना है। सात साल पहले दोनों केन्द्रों की स्थापना के लिए भेड़ाघाट में सात एकड़ जमीन आबंटित की गई थी। प्रदेश शासन का मानना है कि इन केन्द्रों की स्थापना बीच शहर में हो तो छात्र-छात्राओं व विज्ञान के शोधार्थियों के लिए ज्यादा फायदेमंद होगा। इसके मद्देनजर प्रोजेक्ट के लिए शहरी सीमा में जमीन तलाश की जा रही है। जानकारों का मानना है कि इसके लिए मदनमहल पहाड़ी के हरित क्षेत्र में चौहानी श्मशान से लेकर गढ़ा थाना के पीछे खाली हुई जमीन का उपयोग किया जा सकता है।

मदनमहल पहाड़ी प्राकृतिक रूप से साइंस पार्क की तरह है। जिसे कब्जा मुक्त कराकर व्यवस्थित स्वरूप देने की आवश्यकता है। पहाड़ी में बेहतर ढंग कार्य किए जाने के लिए विशेषज्ञों की टीम के साथ लगातार चर्चा की जा रही है। पहाड़ी के अतिक्रमण मुक्त होने के बाद इस कार्य योजना पर काम किया जाएगा।
– चंद्रमौलि शुक्ला, आयुक्त, नगर निगम

Home / Jabalpur / देखते ही दिल में उतर जाएगी मदन महल की वादी

loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो