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जबलपुर

mp election 2018 – भाजपा प्रत्याशी के कांग्रेस विधायक से दोस्ती के किस्से मशहूर , शिकायतों का चला दौर

भाजपा प्रत्याशी के कांग्रेस विधायक से दोस्ती के किस्से मशहूर

जबलपुरSep 13, 2018 / 12:49 pm

deepak deewan

political friendship latest news

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राहुल मिश्रा @ जबलपुर. 1968 में मैं जबलपुर विधानसभा क्षेत्र से बतौर जनसंघ प्रत्याशी कांग्रेस के दिग्गज नेता और तीन बार विधानसभा अध्यक्ष रह चुके पद्मविभूषण पंडित कुंजीलाल दुबे के खिलाफ चुनाव लड़ा। हम लोग मतगणना केंद्र पर मौजूद थे, जब आखिरी राउंड की गणना चल रही थी। मुझे महसूस हो चुका था कि मैं चुनाव हार रहा हूं। कुंजीलाल दुबे भी वहीं थे। मैंने तत्काल एक फूलमाला मंगाई और आधिकारिक परिणाम की घोषणा के पहले ही उन्हें पहना दी। उन्हें गले लगाकर शुभकामनाएं दीं। फिर मैंने उन्हें अपने निवास पर बुलाकर स्वागत किया। जबलपुर से तीन बार जनसंघ के प्रत्याशी रहे वरिष्ठ भाजपा नेता भगवतीधर वाजपेयी ने बीते दिनों की यादें ताजा करते हुए ये बातें बताईं। उन्होंने बताया कि इस पर पार्टी और समर्थकों की ओर से तीखी प्रतिक्रिया व्यक्तकी गई, पर मैंने उन्हें जवाब दिया कि अब कुंजीलाल दुबे विपक्षी प्रत्याशी नहीं, बल्कि उनके विधायक हैं। चुनाव में राजनीतिक मतभेद स्वाभाविक हैं, लेकिन हमे यह हमेशा ध्यान रखना होगा कि यह मतभेद कटुता की सीमा तक न हों।

हमारे आपसी संबंध हैं, शत्रु नहीं हम
भाजपा नेता भगवतीधर वाजपेयी ने बताया – 1968 में मैं अमेरिका गया था। वहां उस समय आम चुनाव हुए थे। चुनाव में अमेरिका के राष्ट्रपति पद पर रिपब्लिकन पार्टी के निक्सन चुने गए थे। विपक्षी डेमोक्रेटिक पार्टी के हम्फ्रे चुनाव हार गए। हम्फ्रे से किसी पत्रकार ने प्रतिक्रिया मांगी तो उन्होंने बड़ा खूबसूरत जवाब दिया। हम्फ्रे बोले, अब निक्सन हमारे राष्ट्रपति हैं। प्रत्याशियों में यह भावना होनी चाहिए। हम शत्रु नहीं हैं, वैचारिक विरोधी जरूर हैं पर हमारे संबंध हैं। चुनाव में कटुता की भावना नहीं लानी चाहिए।

इनके खिलाफ लड़े चुनाव
1968-पं कुंजीलाल दुबे
1970 उपचुनाव -सवाइमल जैन
1972-सवाइमल जैन

जेब में ढाई सौ रुपए रखकर चल देते थे
हम नामांकन पत्र भरने भी आज की तरह ढोल-ढमाके लेकर नहीं जाते थे। जेब में जमानत की रकम ढाई सौ रुपए रखकर स्कूटर पर बैठकर चल देते थे। मैं तीन चुनाव लड़े, लेकिन मेरा धेला खर्च नहीं हुआ।
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