हमारे आपसी संबंध हैं, शत्रु नहीं हम
भाजपा नेता भगवतीधर वाजपेयी ने बताया – 1968 में मैं अमेरिका गया था। वहां उस समय आम चुनाव हुए थे। चुनाव में अमेरिका के राष्ट्रपति पद पर रिपब्लिकन पार्टी के निक्सन चुने गए थे। विपक्षी डेमोक्रेटिक पार्टी के हम्फ्रे चुनाव हार गए। हम्फ्रे से किसी पत्रकार ने प्रतिक्रिया मांगी तो उन्होंने बड़ा खूबसूरत जवाब दिया। हम्फ्रे बोले, अब निक्सन हमारे राष्ट्रपति हैं। प्रत्याशियों में यह भावना होनी चाहिए। हम शत्रु नहीं हैं, वैचारिक विरोधी जरूर हैं पर हमारे संबंध हैं। चुनाव में कटुता की भावना नहीं लानी चाहिए।
इनके खिलाफ लड़े चुनाव
1968-पं कुंजीलाल दुबे
1970 उपचुनाव -सवाइमल जैन
1972-सवाइमल जैन
जेब में ढाई सौ रुपए रखकर चल देते थे
हम नामांकन पत्र भरने भी आज की तरह ढोल-ढमाके लेकर नहीं जाते थे। जेब में जमानत की रकम ढाई सौ रुपए रखकर स्कूटर पर बैठकर चल देते थे। मैं तीन चुनाव लड़े, लेकिन मेरा धेला खर्च नहीं हुआ।