बरगी के 11 गेट खुले – नर्मदा उफान पर
बरगी बांध के 11 गेट खुले रहने से शनिवार को नर्मदा तटों पर बाढ़ के हालात नजर आए। सुबह से ही निचले क्षेत्रों से लोग अपना सामान लेकर सुरक्षित स्थानों पर पहुंच गए। ग्वारीघाट में पूजन सामग्री की दुकानें ऊपर की ओर बढ़ाई गईं। सुरक्षा कर्मियों एवं गोताखोरों ने इस काम में लोगों की मदद की। तिलवाराघाट, भेड़ाघाट, लम्हेटाघाट में जलस्तर बढ़ रहा है।
पांच गेट ढाई-ढाई मीटर तक खोल गए दिए
बरगी डैम पर शनिवार सुबह नौ बजे पानी छोडऩे की मात्रा बढ़ाने के लिए एक-एक मीटर तक खुले पांच गेट ढाई-ढाई मीटर तक खोल गए दिए। आधा-आधा मीटर खुले 6 गेटों में चार गेट दो-दो मीटर और दो गेट एक-एक मीटर खोल दिए गए। फिलहाल पानी की आवक 3465 क्यूमेक बनी हुई है। डैम का जलस्तर 422.90 मीटर है।
बरगी डैम पर शनिवार सुबह नौ बजे पानी छोडऩे की मात्रा बढ़ाने के लिए एक-एक मीटर तक खुले पांच गेट ढाई-ढाई मीटर तक खोल गए दिए। आधा-आधा मीटर खुले 6 गेटों में चार गेट दो-दो मीटर और दो गेट एक-एक मीटर खोल दिए गए। फिलहाल पानी की आवक 3465 क्यूमेक बनी हुई है। डैम का जलस्तर 422.90 मीटर है।
कई पुलों पर पानी
बरगी के गेट खोले जाने का जबलपुर के साथ पड़ौस के नरसिंहपुर और होशंगाबाद जिलों पर भी काफी असर पड़ा है। नरसिंहपुर जिले के तो ज्यादातर नर्मदा घाट पानी में डूब गए हैं। नर्मदा का झांसी घाट पानी में डूबा है, यहां रेलवे पुल पर करीब 10 फीट पानी नीेचे हे। रेलवे अधिकारियों ने बताया कि स्थिति पर लगातार नजर रखी जा रही है।