मैथ्स में न ले स्ट्रेस
प्री क्वालिफाइ कर चुके स्टूडेंट्स अपनी-अपनी स्ट्रेटजी बनाकर तैयारी कर रहे हैं। मेंस का सिलेबस पिछले साल जैसा ही होगा, इसलिए स्टूडेंट्स को तैयारी करने में ज्यादा स्ट्रेस लेने की जरूरत नहीं है। यदि आप भी मेंस की तैयारी कर रहे हैं तो इन कुछ तरीकों पर विशेष ध्यान दें, जो आपकी तैयारी को बेहतर बनाने में मदद करेगा।
हिस्ट्री से लेकर कॉन्सटीट्यूशन
मेंस परीक्षा में कुल छह पेपर होंगे। पहला, दूसरा और तीसरा पेपर जनरल अवेयरनेस का होगा। इनमें इतिहास संस्कृति, भूगोल, जल प्रबंधन, संविधान, बाह्य एवं आंतरिक सुरक्षा, सामाजिक क्षेत्र, शिक्षा, मानव संसाधन विकास, लोक सेवा, विज्ञान की तकनीक, भारतीय अर्थव्यवस्था सहित अन्य विषयों का गहराई से अध्ययन जरूरी है। विशेषज्ञ संदीप तिवारी ने बताया कि चौथा पेपर एथिक्स का होता है। पांचवां हिंदी और छठवां पेपर निबंध का होता है। इन सभी में तथ्य और विचारात्मक पढ़ाई करना जरूरी है।
पढ़ते और हल करते समय जरूरी यह बातें
15 शब्द और सौ शब्द वाले सवालों के उत्तर तथ्यात्मक होने चाहिए, वहीं तीन सौ शब्द वाले उत्तर तथ्यात्मक के साथ-साथ विचारात्मक होना चाहिए। मुख्य परीक्षा में जरूरी है कि उत्तर सकारात्मक दृष्टिकोण विश्लेषण क्षमता वाले हों। अच्छे शब्दों, साहित्यिक शब्दों का प्रयोग करें। उत्तर सरल, स्पष्ट और संक्षिप्त विवरण के रूप में होना चाहिए।
राइटिंग स्किल के लिए स्ट्रेटजी
विशेषज्ञों के मुताबिक अभी से ही विद्यार्थियों को लगातार तीन घंटे की सिटिंग बनाकर पेपर सॉल्व करना चाहिए। इससे उनकी प्रैक्टिस बेहतर हो पाएगी। आजकल मोबाइल का जमाना है। इस वजह से लोगों में लिखने की प्रैक्टिस छूट गई है। यदि अभी से रोजाना तीन घंटे की सिटिंग बनाकर रखी जाए तो परीक्षा तक राइटिंग स्किल के लिए स्ट्रेटजी तैयार हो जाएगी।
मई में भरे जाएंगे मेंस के फॉर्म
एक से लेकर 30 मई के बीच तक मेंस के फॉर्म भरे जा सकते हैं। स्टूडेंट्स किसी की वेबसाइट पर जाकर ऑनलाइन आवेदन कर सकेंगे। यह परीक्षा जुलाई के अंत में होने की संभावना है।