नमामि नर्मदे प्रोजेक्ट की सीएम ने की समीक्षा
उन्होंने इसके डीपीआर जल्द तैयार करने के निर्देश दिए। मुख्यमंत्री चौहान ने प्रोजेक्ट के फंडिंग स्ट्रक्चर की चर्चा करते हुए कहा कि प्रोजेक्ट को अलग-अलग फेज में पूरा किया जाएगा। प्रथम चरण में 200 करोड़ से नर्मदा में मिलने वाले गंदे नालों को रोकना, घाटों का उन्नयन और साफ-सफाई, नर्मदा बफर जोन में पौधरोपण, बायो-डायवर्सिटी, लोक- प्रसाधन इत्यादि को शामिल किया गया है।
उन्होंने प्रथम फेज को जल्दी शुरू करने के निर्देश दिए हैं। चौहान ने बताया कि दूसरे चरण में 4 सौ करोड़ रुपए से नर्मदा-पथ सहित अन्य विकास कार्य किए जाएंगे। इसमें नर्मदा ग्राम, नर्मदा वाटिका और 15 किलोमीटर का नर्मदा-पथ भी होगा।
ग्वारीघाट से भेड़ाघाट तक का कायाकल्प
एयरपोर्ट पर हुई बैठक में तीसरे चरण के बारे में मुख्यमंत्री ने बताया कि इसकी लागत तीन सौ करोड़ रुपए है। इसमें चरण एक और दो के घटकों को शामिल करते हुए घाटों के डेवलपमेंट एवं कंजर्वेशन क्षेत्र में कार्य कर रही एजेंसी से प्रस्ताव तैयार करवाएं। कलेक्टर सौरभ कुमार सुमन ने बताया कि ग्वारीघाट से लेकर भेड़ाघाट तक नमामि नर्मदे प्रोजेक्ट के तहत विकास किया जाएगा। इसमें 17 घाट हैं।
नर्मदा नदी के संरक्षण
संवर्धन और उनके किनारे स्थित घाटों के उन्नयन के साथ उनको जोडऩे के लिए नर्मदा पथ के विकास का कार्य किया जाएगा।