scriptरिसर्च के लिए दुनियाभर में मशहूर हुआ एमपी का यह शहर, कई देशों ने किया करार | New India - jabalpur fulfill the dream of PM Modi | Patrika News
जबलपुर

रिसर्च के लिए दुनियाभर में मशहूर हुआ एमपी का यह शहर, कई देशों ने किया करार

ट्रिपल आईटीडीएम का पांच संस्थानों के साथ एमओयू, शोध और अनुसंधान में मिलेगी जापान-जर्मनी की मदद

जबलपुरAug 25, 2017 / 04:58 pm

deepak deewan

New India - jabalpur fulfill the dream of PM Modi

New India – jabalpur fulfill the dream of PM Modi

जबलपुर. शोध और अनुसंधान के क्षेत्र में शहर की नई पहचान स्थापित हो रही है। इसके लिए दुनिया के कई देश यहां काम करने के लिए उत्साह दिखा रहे हैं। शहर के ट्रिपल आईटीडीएम ने तो नई इबारत लिख दी है। ट्रिपल आईटीडीएम ने पांच राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय संस्थानों के साथ एमओयू साइन किए हैं जिसके तहत आईटीडीएम एवं संस्थान आपस में अनुसंधान में मदद करेंगे। साथ ही रिसर्च में भी अपना सहयोग देंगे। इस तरह का यह पहला प्रयास है, जिसमें एक साथ एक से अधिक संस्थानों के साथ सहभागिता की गई हो। कंपनियों ने भरोसा जताया है कि वे जल्द ही इस दिशा में काम शुरू करेंगे। ट्रिपलआईटीडीएम डीन फैकेल्टी डॉ. प्रशांत जैन भी इस बात की तस्दीक करते हैं। डा. जैन बताते है कि हमने कुछ संस्थानों के साथ अनुबंध किया है। इससे तकनीक और अनुसंधान को बढ़ावा मिल सकेगा।

ये संस्थान शामिल
छीबा यूनिवर्सिटी जापान, स्मार्ट सिटी लैब जर्मनी, ज्यूस न्यूमेरिक्स प्राइवेट लिमिटेड पुणे, बीवी ट्रिपल आईटीडीएम ग्वालियर एवं ब्रम्होस एयरस्पेस नई दिल्ली शामिल हैं। इन संस्थानों से यह एमओयू पांच साल तक के लिए हैं। इसमें प्रशिक्षण, फैकेल्टी के आदान-प्रदान से लेकर अन्य तमाम बातों की ट्रेनिंग दी जाएगी। जल्द ही ट्रिपलआईटीडीएम एवं संस्थानों द्वारा काम शुरू कर दिया जाएगा।

फैकेल्टी का आदान-प्रदान
संस्थानों के साथ हुए अनुबंध के तहत औद्योगिक प्रशिक्षण से लेकर टीचिंग कोर्स और छात्रों को फैकेल्टी के भी आदान प्रदान के अवसर प्राप्त होंगे। इसके अलावा आईटी टूल्स को विकसित करने, उन्नत प्रयोगशालाओं की सुविधाएं देने, शार्ट टर्म प्रोग्राम्स एवं कैम्पस सिलेक्शन में भी संस्थानों द्वारा मदद की जाएगी।

आगे बढऩे का मिलेगा मौका

ट्रिपलआईटीडीएम डीन फैकेल्टी डॉ. प्रशांत जैन भी इस बात की तस्दीक करते हैं। डा. जैन बताते है कि हमने कुछ संस्थानों के साथ अनुबंध किया है। इससे तकनीक और अनुसंधान को बढ़ावा मिल सकेगा। छात्रों को भी आगे बढऩे का मौका मिलेगा।
loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो