रोज दाम बदलने से परेशानी
पेट्रोल-डीजल के दाम रोज बदलने के निर्णय से लोग खुश नहीं है। सर्वे में लोगों ने कहा कि रोजाना पेट्रोल और डीजल के दाम बदलने से कोई लाभ नहीं हो रहा है।
ऐसे सामने आया सच – प्रतिदिन डीजल के दाम तय करना उचित है?
गृहणी छात्र नौकरीपेशा व्यवसायी
हां ०० ०० ०० ००
नहीं ७७ १०० १०० १००
पता नहीं २३ ०० १०० १००
– क्या रोज दाम बढऩे से महंगाई भी धीरे-धीरे बढ़ रही है?
गृहणी छात्र नौकरीपेशा व्यवसायी
हां ७३ ६८ ८८ ७१
नहीं १२ ३१ १० १८
पता नहीं १५ ११ ०२ ११
– इसके पीछे सरकार की यह मंशा तो नहीं कि रोजाना दाम बढ़ाने से विरोध नहीं होगा
गृहणी छात्र नौकरीपेशा व्यवसायी
हां ६२ ४२ ५६ ६२
नहीं ०६ २६ २९ ०८
पता नहीं ३१ ३२ ४० ४३
– आपको लगता है कि सरकार के इस फैसले पर विपक्ष एकजुट है या नहीं है?
गृहणी छात्र नौकरीपेशा व्यवसायी
हां ६७ १० ०३ ०१
नहीं ११ ७८ ८८ ९१
पता नहीं ०२ २२ ०९ ०८
– राज्य सरकार ने अतिरिक्त कर लगाया, जबकि क्रूड ऑयल सस्ता है, एेसा नहीं लग रहा कि सरकार
इसी से चल रही है?
गृहणी छात्र नौकरीपेशा व्यवसायी
हां १८ ४० ५१ ४३
नहीं ४३ ४८ ११ ४९
पता नहीं ९३ २२ ३८ ०८
– क्या चुनाव में बढ़े हुए गैस, पेट्रोल, डीजल के दाम मुद्दा हो सकते हैं
गृहणी छात्र नौकरीपेशा व्यवसायी
हां ८२ ७३ ९१ ८६
नहीं ०३ ०३ ०० ०२
पता नहीं १५ २४ ०९ १८
१० जुलाई- पेट्रोल ७०.५६ रु., डीजल ६१.२० रु.
१० अगस्त-पेट्रोल ७३.७८ रु., डीजल ६३.६८ रु.
१० सितंबर- पेट्रोल ७६.६६ रु., डीजल ६४.९० रु.
ऐसे किया सर्वे-
पत्रिका टीम ने गृहणी, छात्र, नौकरीपेशा और व्यवसायी प्रत्येक समूह में १००-१०० लोगों से बातचीत कर सवाल पूछे। इसके आधार पर सर्वे रिपोर्ट तैयार की गई है।