कुलपति ने भी लगाए पौधे
पत्रिका के हरित प्रदेश अभियान के अंतर्गत वेटरनरी यूनिवर्सिटी के हार्स राइडिंग ग्राउंड में पौधे रोपे गए। फलदार और छायादार पौधों को लगाया गया ताकि भविष्य में ग्रांउड के चारों ओर हरियाली छटा दिखे। वेटरनरी यूनिवर्सिटी के कुलपति डॉ. पीडी जुयाल और जवाहर लाल नेहरू कृषि विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. पीके बिसेन रिमझिम बारिश में पौधे लगाए तो हर किसी का उत्साह बढ़ गया।
समझाया धार्मिक एवं वैज्ञानिक महत्व
जवाहर लाल नेहरू कृषि विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. पीके बिसेन ने कहा कि हरियाली का धार्मिक और वैज्ञानिक महत्व है। मानव का अस्तित्व ही पौधों का साथ है। पौधे समाप्त हो गए तो मानव का अस्तित्व समाप्त हो जाएगा। ऋषि हो या देवताओं ने वनों में सिद्धियां हासिल की है। मेरा मानना है कि प्रभु श्रीराम ने अयोध्या से वनगमन के बाद भगवान का स्वरूप प्राप्त किया। पौधे अपने जीवनकाल में जितना पानी अवशोषित करते हैं उसका 90 प्रतिशत भाग प्रकृति को वापस कर देते हैं। वेटरनरी यूनवर्सिटी के कुलपति डॉ. पीडी जुयाल ने कहा कि जलवायु परिवर्तन के दौर में पेड़-पौधे कम हो गए तो जीवन संकट में पड़ जाएगा। पेड़ों की कमी के कारण ही जलवायु असंतुलन की स्थिति के दुष्परिणाम सामने आ रहे हैं। अपना लगाया हुआ पौधा पेड़ का स्वरूप लेता है तो खुशी होती है, इस सुखद अनुभव को हर किसी को महसूस करने की आवश्यकता है।
इन्होंने लगाए पौधे
वेटरनरी यूनिवर्सिटी के डील फैकल्टी डॉ. एसएनएस परमार, डीन डॉ.़ आरपीएस बघेल, डीआई डॉ. श्रीकांत जोशी, डीएसडब्ल्यू डॉ.आरके शर्मा, गार्डन इंचार्ज डॉ. एके पांडेय एवं वार्डन डॉ. योगिता पांडेय के साथ डॉ. कमल किशोर, डॉ. पी सिंह, डॉ. ऋतुराज, भैरो लाल भारती, मनोज कुशवाहा, रेशु मिश्रा, जोली थॉमस, आंकाक्षा पटेल, आरती एवं शुभी ने पौधे लगाए। इस मौके पर गढ़ा नागरिक मंच के संयोजक रूपकिशोर प्यासी, स्नेहनगर विकास समिति के अध्यक्ष विनोद दुबे एवं आरएस पांडेय, स्थायी वन कर्मचारी संघ के पदाधिकारी नंदूलाल झारिया एवं द्वारिका प्रसाद कुशवाहा, कवि अनंतराम चौबे शामिल हुए।