वॉक एंड क्लीन ग्रुप ने लिया निर्णय, गुरुवार से की शुरुआत, बंद स्कूल की फीस को लेकर जबरिया बनाया जा रहा दबाव, अप्रैल-मई की फीस की जाए माफ
जबलपुर•May 07, 2020 / 08:43 pm•
shivmangal singh
school fees refund
जबलपुर। निजी स्कूलों की मनमानी को लेकर लगातार विरोध बढ़ता जा रहा है। कोरोना संक्रमण काल के दौरान स्कूल बंद होने के बाद भी स्कूलों द्वारा ऑनलाइन तरीके अपनाकर अपै्रल-मई की फीस वसूलने को लेकर अभिभावकों में नाराजगी है। शहर के वाक एंड क्लीन परिवार के नेतृत्व में निजी स्कूलों की मनमानी के खिलाफ ऑनलाइन शिकायत अभियान की गुरुवार से शुरुआत की गई। साथ ही पोस्टकार्ड भेजो अभियान शुरू किया गया है। अभिभवकों से मिलकर स्कूलों की मनमानी के खिलाफ शिकायतें दर्ज कराने का अनुरोध किया गया। साथ ही अप्रैल-मई की फीस माफ करने की मांग की गई। ग्रुप के अभियान प्रभारी अरविंद दुबे ने कहा कि एक और कोरोना संक्रमण के चलते अभिभावक आर्थिक रुप से कमजोर हो गए हैं खाने को लाले पड़े हैं ऐसे में धनाढ्य स्कूलों द्वारा अवकाश की फीस जबरिया मांगा जाना मानवीयता के विपरीत है। बहुत सारी शिकायतें हमारे पास आइ व वाक् एंड क्लीन परिवार के लोगों से अभिभावक गणों ने संपर्क किया जिसके बाद कलेक्टर को भी शिकायत की गई है। ग्रुप के प्रकाश अवस्थी, विवेक अहिरवार, मदन दुबे, हेमंत पटेल, शैलेंद्र विश्वकर्मा ने कहा कि यह अभियान एक पखवाड़े तक चलेगा। अभिभावकों के माध्यम में स्कूलों के खिलाफ अधिक से अधिक शिकायतें दर्ज कराई जाएंगी। इन शिकायतों को एकत्रित कर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को भेजा जाएगा। मांग की जाएगी कि मध्यमवर्गीय परिवार को फीस से मुक्त कराने का प्रयास करें। जब मार्च से स्कूल बंद हैं तो फिर किस बात की धनाढ्य स्कूल अभिभावकों से फीस ले रहे हैं।